
चिंगारी से शुरू हुई भयानक आग की लपटों में 3 जिंदगियां हुई राख, आग बुझाने के बजाय वीडियो बनाते दिखे लोग…. कोरबा टीपी नगर की घटना…
कोरबा : जिले के टीपी नगर चौक के मुख्य मार्ग स्थित कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानो में आज सोमवार की दोपहर भीषण आग लग गई इस आगजनी में तीन लोगों के मौत की खबर सामने आई है लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो से यह दुखद आशंका जताई जा रही है कि लोग मदद के बजाय वीडियो बनाते रहे। एकमात्र चिंगारी से उठी आग ज्वालामुखी में बदल गई समय रहते इस आग पर काबू पाया जा सकता था परंतु आग की लपटे धीरे-धीरे कर एक दुकान से दूसरे दुकान तक जा पहुंची ऐसे में अनेकों लोग इस आग की चपेट में आ गए कुछ लोग बिल्डिंग से कूदने लगे और कुछ लोगों की इस भयानक आग के धुएं से दम घुटने से मौत हो गई इस पूरे घटनाक्रम में दुखद पहलु यह रहा की जहां पर आग लगी थी वहां मुख्य मार्ग पर हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हो गए और काफी सारे लोग वीडियो बनाने लगे। यही लोग अगर वीडियो बनाने के बजाय आग को बुझाने में मदद करते तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं होती खैर पब्लिक को दोष देना उचित नहीं है क्योंकि यह सारी व्यवस्थाएं प्रशासन की है प्रशासन भी कहीं ना कहीं इसमें जिम्मेदार है अब देखना होगा कि इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन का क्या दृष्टिकोण और क्या रवैया रहता है।
किनकी हुई मौत..
एक राष्ट्रीयकृत बैंक के कर्मचारी सहित तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। काफी समय तक धुएं के संपर्क में ये लोग रहे और इसके चलते इनकी हालत बिगड़ गई। दमकलकर्मियों ने जैसे-तैसे पीड़ित बैंक कर्मी रश्मि सिंह, निवासी चिरमिरी और ग्राम कौरुमौहा निवासी शत्रुघ्न धीरहे के अलावा एक और व्यक्ति को यहां से रेस्क्यु किया। आनन-फानन में एंबुलेंस से इन्हें कोरबा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया । याद रहे दुर्घटना स्थल कमर्शियल कंपलेक्स में पहले इलाहाबाद बैंक संचालित हो रहा था जिसे इंडियन बैंक के साथ मर्ज कर दिया गया और अब बैंक इसी नाम से संचालित हो रहा है। आगजनी की इस घटना में इलाके की कई दुकानें चपेट में आई हैं जिनके कारोबारियों को लाखों की चपत लगी है।
इस बीच कलेक्टर संजीव झा ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन देखा और इसकी जानकारी ली। मीडिया से बातचीत करते हुए कलेक्टर ने बताया कि तीन लोगों की मौत इस घटना में हुई है। यह मामले ब्राड डेड से संबंधित है। घटना के दौरान कुछ लोग घायल हुए हैं जिनका उपचार सरकारी और निजी अस्पताल में चल रहा है और उनकी स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर है। घटनाक्रम में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिवार जनों को प्रावधान के अनुसार सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।