
कोरबा – अंधेर नगरी चौपट राजा, जिला प्रशासन होश में आओ,आम जनता को रोड देना होगा,देना होगा – भारीवाहनों को रोकते हुए युवाओं ने सड़क पर उतर कर लगाए नारे….
पहले देखें सर्वमंगला कनवेरी मार्ग पर फैले अव्यवस्था के खिलाफ सड़क पर उतरे युवाओं की गर्जना….
कोरबा – जिले के कोयलांचल क्षेत्र में भारी वाहनों की अव्यवस्थाओं से हर दिन जूझ रहे हजारों लोग बेहद परेशान हैं,एक समय था जब कोरबा कुसमुंडा मार्ग,सर्वमंगला कनवेरी मार्ग सकरा था,गड्ढे थे,अब यहां चौड़ी चौड़ी सड़क है,बावजूद इसके भारी वाहनों की वजह से ऐसी अव्यवस्था की आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यहां यह भी कहना गलत नही होगा की जिनकी जिम्मेदारी इन समस्याओं को दूर करने की है वे ही इन अव्यवस्थाओं का कारण बने हुए है। कई स्थानों पर काम अधूरा होने की वजह से भी परेशानी है तो कई स्थानों पर भारी वाहन कई लेन बनाकर चल रहे हैं, आमलोग जैसे तैसे अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच रहे हैं। बात करें ताजा घटनाक्रम की तो भारी वाहनों की बेतरतीबी की वजह से सर्वमंगला कनवेरी मार्ग पर आए दिन फिर से जाम की स्थिति निर्मित हो रही है इस विकराल समस्या को देखते हुए क्षेत्र के भूविस्थपित ग्रामीण युवा एक बार फिर सड़क पर उतर आए हैं, और जिला प्रशासन और कुसमुंडा प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है की कोयला परिवहन में लगे भारी वाहनों की वजह से आए दिन जाम लग रहा है और इस जाम में स्कूल जाने वाले बच्चे फंस रहें,ड्यूटी अथवा अपने काम में जाने वाले लोग फंस रहे हैं, आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है, यह स्थिति पिछले कई महीनो से निर्मित हो रही है । प्रशासन के द्वारा इसमें पहल नहीं किया जा रहा है । ट्रांसपोर्टरों को विशेष ध्यान में रखते हुए स्थिति ठीक नहीं होने बाबजूद चलाया जा रहा है । ग्रामीण लगभग 4 महीनो से इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं । इसके बाद भी प्रशासन और जनप्रतिनिधि निष्क्रिय हैं । जिनके कारण यह स्थिति निर्मित हुई है । कुछ सप्ताह पूर्व इस मार्ग पर हैवी वाहनों का परिचालन बंद किया गया था पुनः चालू कर दिया गया है । इस रास्ते पर जांजगीर चांपा जिले के साथ कोरबा जिले के लगभग 20 गांव के लोग हमेशा नित्य रोजगार एवम आवश्यक कार्यों के लिए हमेशा आना-जाना करते हैं । स्कूली बच्चे कर्मचारी समय पर अपने कार्य स्थल पर नहीं पहुंच पा रहे हैं । इलाज के लिए हॉस्पिटल जाने वाले मरीजों के लिए यह मार्ग जानलेवा साबित हो रहा है। ग्रामीण आगे कहते है की अगर भारी वाहन चलाना है तो एक मार्ग पर चले अथवा व्यवस्थित ढंग से चले,ये तो पूरे सड़क पर चार लेन बनाकर चलते है जिससे आम लोगो के चलने को रास्ता नही बचता,ऐसे में कैसे परेशानी ठीक होगी।