Chhattisgarh

कलेक्टर बस्तर के द्वारा शुरू की गई महात्वाकांक्षी योजना को लगा ग्रहण 

 दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव में ढकोसला साबित हो रहा है सेवा निवृत्ति के दिन संबंधित के हाथों में p p o दिए जाने की योजना ..

जगदलपुर inn24 ( रविंद्र दास)स्थाई शासनादेश के बावजूद सेवा निवृत्त कर्मचारियों को सेवा निवृत्ति के दिन पेंशन प्राधिकार पत्र उनके हाथों में नही दिया जाना निःसंदेह सरकारी आदेश की धज्जी उड़ाना ही कहा जाएगा ।इस प्रवृत्ति पर तत्काल रोक लगनी चाहिए अन्यथा पेंशनर्स संघ आंदोलन जैसे सख्त कदम उठाने के लिए बाध्य हो जाएगा । उक्त बातें भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग के अध्यक्ष एवम राष्ट्रीय मंत्री राम नारायण ताटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही ।
ताटी ने कहा सरकार की महात्वाकांक्षी योजनाओं पर अधिकारी कैसे पलीता लगा देते हैं इसकी बानगी गत दिवस कलेक्टोरेट कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में 44 सेवा निवृत्त कमचारियों के स्थान पर महज 21 को पेंशन प्राधिकार पत्र दिए जाने वाले मामले में बखूबी देखी जा सकती है ।श्री ताटी ने कहा की ये कैसा दुर्भाग्य है कि बस्तर को लोग चारागाह समझते हैं जिससे सरकार की महात्वाकांक्षी एवम कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर पर सही समय पर नहीं मिल पाता है जिसके कारण लाभार्थी भटकने को मजबूर हो जाते हैं ।
सेवा निवृत्त कर्मचारियों के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है ।
सेवा निवृत कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण के निराकरण के लिए पूरे बस्तर संभाग में पैकेज सिस्टम चल पड़ा है और बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं ।
गत वर्ष भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ का प्रतिनिधि मंडल के द्वारा संभागीय अध्यक्ष रामनारायण ताटी के नेतृत्व में कलेक्टर बस्तर से भेंट कर इस और उनका ध्यान आकृष्ट किया गया और इस प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए उचित कदम उठाने एवम पेंशनरों के हित में सेवा निवृत्ति के दिन ही उनके हाथों पेंशन प्राधिकार पत्र मिले ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया ।
कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रति माह सम्मान समारोह आयोजित कर पेंशन प्राधिकार पत्र दिए जाने का निर्देश सभी संबंधित विभागों के अलावा जिला कोषालय तथा कोष लेखा एवम पेंशन को दिए ।
किंतु दुखद स्थिति यह है कि कतिपय विभागीय अधिकारियों की उदासीनता तथा कोष लेखा एवम पेंशन कार्यालय से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के कारण इस योजना का पूरा लाभ समय पर पेंशनरों को नही मिल रहा है ।जिसके कारण सेवा निवृत्ति के बाद कर्मचारी भटकने के लिए विवश हैं । आलम यह है कि कतिपय विभाग के लोग प्रतीक्षा करते हैं कि पेंशनर कब आकर उनसे संपर्क करे और दान दक्षिणा दे ।याने बगैर भेंट पूजा के
पेंशन प्रकरण आगे बढ़ता ही नही है ।
कोष लेखा में भी p p o जारी तभी होता जब संबंधित व्यक्ति संपर्क करता है अन्यथा की स्थिति में आपत्ति लग जाती है ।
श्री ताटी ने कहा कि इस प्रवृत्ति पर तत्काल रोक लगाई जावे एवम शत प्रतिशत पेंशनरों को सेवा निवृत्ति के दिन पेंशन प्राधिकार पत्र उनके हाथों में मिली ऐसी व्यवस्था विभागीय अधिकारी तथा संयुक्त संचालक कोष लेखा एवम पेंशन कार्यालय द्वारा सुनिश्चित किया जावे ।
अन्यथा कार्यालय कोष लेखा के समक्ष पेंशनर्स महासंघ धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा ।
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वालों में आर एन ताटी , डी रामन्ना राव , किशोर कुमार जाधव, रमापति दुबे , अब्दुल सत्तार खान,नागेश कापेवार , एल एस नाग ,हेमंत सिंह ठाकुर ,विनय चक्रवर्ती ,शिव प्रताप सिंह ठाकुर ,दिनेश कुमार सिंघल ,दिनेश कुमार सतमन ,मीता मुखर्जी ,सरोज साहू ,जयमनी ठाकुर एवम हर्षा सिंह ठाकुर शामिल हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *