होली त्योहार को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस को निम्नलिखित बिंदुवार कार्यवाही करनी चाहिए

1. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए:
• शराब एवं नशे पर नियंत्रण: अवैध शराब बिक्री, कच्ची शराब निर्माण और नशे के अन्य स्रोतों पर कड़ी कार्रवाई करें।
• संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी: सक्रिय गुंडे-बदमाशों, हिस्ट्रीशीटर और पूर्व में होली पर उत्पात मचाने वालों को चिह्नित कर उनकी निगरानी करें।
• गश्त बढ़ाई जाए: संवेदनशील इलाकों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
• शरारती तत्वों को चेतावनी: असामाजिक तत्वों को पहले से चिन्हित कर उन्हें आवश्यक चेतावनी दी जाए।
• गिरफ्तारी एवं निरोधात्मक कार्रवाई: संभावित उपद्रवियों के खिलाफ धारा 151, 107/116, 110 CRPC के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करें।
2. ट्रैफिक और सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए:
• बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों पर कार्रवाई: अवैध या बिना नंबर की गाड़ियों की चेकिंग की जाए।
• तीन सवारी और तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण: बाइक पर तीन सवारी, लापरवाही से वाहन चलाने और स्टंटबाजी करने वालों पर कार्रवाई करें।
• ड्रिंक एंड ड्राइव की रोकथाम: शराब पीकर वाहन चलाने वालों के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाए।
• मुख्य चौराहों पर बैरिकेडिंग: तेज रफ्तार और अनियंत्रित वाहनों को रोकने के लिए संवेदनशील जगहों पर बैरिकेडिंग लगाई जाए।
3. हुड़दंग और हिंसा रोकने के लिए:
• सार्वजनिक स्थानों पर हुड़दंग की रोकथाम: जबरदस्ती रंग लगाने, महिलाओं से अभद्रता करने, जुलूस के दौरान उपद्रव करने वालों पर कड़ी नजर रखी जाए।
• धार्मिक स्थलों और विवादित स्थानों की सुरक्षा: मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा आदि के पास सुरक्षा बल तैनात किए जाएं ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।
• सामुदायिक पुलिसिंग: ग्राम सरपंचों, मोहल्ला समितियों और संभ्रांत नागरिकों के साथ बैठक कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करें।
• CCTV और ड्रोन से निगरानी: संवेदनशील क्षेत्रों में CCTV कैमरों की निगरानी बढ़ाई जाए और आवश्यक हो तो ड्रोन का उपयोग किया जाए।
4. महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए:
• एंटी रोमियो स्क्वॉड की तैनाती: बाजार, सार्वजनिक स्थानों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए ताकि कोई भी महिला असुरक्षित महसूस न करे।
• महिला पुलिस की विशेष ड्यूटी: महिला पुलिसकर्मियों की टीम बनाई जाए जो बाजारों, पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी रखे।
• छेड़खानी और अभद्रता पर कड़ी कार्रवाई: महिलाओं और लड़कियों से छेड़खानी करने वालों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए।
5. आपातकालीन सेवाएं और त्वरित कार्रवाई के लिए:
• कंट्रोल रूम को अलर्ट मोड पर रखा जाए: पुलिस हेल्पलाइन नंबर (100, 112) को सक्रिय रखा जाए ताकि किसी भी घटना की सूचना पर त्वरित कार्रवाई हो सके।
• QRT (Quick Response Team) की तैनाती: संवेदनशील इलाकों में त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष टीमों की तैनाती की जाए।
• अस्पतालों को अलर्ट किया जाए: संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों और एंबुलेंस सेवाओं को स्टैंडबाय रखा जाए।
• फायर ब्रिगेड की तैयारी: आगजनी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड की तैयारियों की समीक्षा की जाए।
6. सोशल मीडिया मॉनिटरिंग:
• अफवाहों पर नजर: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ या अफवाह फैलाने वाले पोस्ट पर निगरानी रखी जाए और अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो।
• फेक न्यूज कंट्रोल: जनता को सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाली अफवाहों से बचने और किसी भी संदिग्ध जानकारी की पुष्टि करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
7. शांति समिति और जनसहयोग:
• शांति समिति की बैठकें आयोजित करें: प्रमुख नागरिकों, धार्मिक नेताओं और सामाजिक संगठनों के साथ बैठक कर सौहार्द बनाए रखने की अपील की जाए।
• लोगों को जागरूक करें: लाउडस्पीकर, पर्चों और सोशल मीडिया के माध्यम से शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जनता को जागरूक किया जाए।
इन सभी उपायों को प्रभावी तरीके से लागू करके होली का पर्व शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जा सकता है।