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अंगद की तरह जमे जिला उद्यान अधीक्षक का तबादला नहीं, हमेशा रहती है कार्यालय से नदारत

जांजगीर-चांपा : जांजगीर चांपा जिला अधिकारियों के मनमौजी रवैया से परेशान है जांजगीर चांपा जिला राज्य में एक ऐसा जिला है जहां अधिकारी पोस्टिंग लेकर आते हैं और यही जमकर रह जाते हैं इसी का एक वर्तमान वाक्य के रूप में जिला उद्यान अधीक्षक का है उद्यान अधीक्षक के रूप में श्रीमती रंजना मखीजा अभी वर्तमान में पदस्थ हैरंजना मखीजा पूर्व में अकलतरा के समीप स्थित ग्राम में उद्यान प्रभारी के रूप में पदस्थिति इससे पूर्व एफसीआई गोदाम अकलतरा में उनकी पदस्थापना थी उसके उपरांत प्रमोशन पाकर अभी वर्तमान में जिला उद्यान अधीक्षक के रूप में जांजगीर में ही पदस्थ है अभी तक इनका तबादला जांजगीर जिला से अतिरिक्त किसी और जिले में नहीं हुआ है.

लगातार लंबा समय एक ही जिले में बिताने के तहत उनका रवैया ऐसा हो गया है कि वह लगातार ऑफिस से नदारत रहती है और जब भी उन्हें किसी जानकारी हेतु फोन लगाया जाता है वह फोन तक रिसीव करना जरूरी नहीं समझती एक तरफ हमारे जिले में उच्च अधिकारियों का तबादला 1 से 2 वर्ष में हो जाता है परंतु कुछ ऐसे अधिकारी हैं जिनका तबादला करना या तो शासन प्रशासन नहीं चाहती या विभागों पर इनका ध्यान ही नहीं जाता है.

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एक स्थान पर लंबे समय तक जमे रहने के कारण अधिकारियों का रवैया हमेशा ही खराब हो जाता है इसीलिए शासन प्रशासन 2 से 3 वर्ष में अधिकारियों का तबादला इधर से उधर करती है जिससे कार्यों में कसावट आ सके परंतु कुछ विभाग के अधिकारी अपनी ऊंची पहुंच के चलते एक ही जिले में जमे रहते हैं जिससे विभाग में कसावट नहीं आ पाता और कार्य सही रूप से संचालित नहीं हो पाते हैं इन सब के बावजूद देखना यह है कि शासन प्रशासन विभाग में कसावट लाने हेतु उनका कब दूसरे जिले में तबादला करती है या विभाग का घड़ियाल रवैया ऐसा ही बना रहने देती है।