Sukma : इनामी महिला नक्सली ने किया सरेंडर, कई नक्सली वारदात में थी शामिल
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पांच लाख रुपए की इनामी नक्सली ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि आमदई एलजीएस की कमांडर महिला नक्सली संतो उर्फ रामे ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वाली नक्सली पर पांच लाख रुपए का इनाम है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नक्सली ने पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर तथा माओवादी नेताओं के भेदभावपूर्ण व्यवहार से तंग आकर हिंसा का मार्ग छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला लिया. उन्होंने बताया कि नक्सली रामे नारायणपुर और कोंडागांव जिले में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रही है. शर्मा ने बताया कि नक्सली को राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता प्रदान की जाएगी.
बता दें कि नक्सली ने बीजापुर इलाके में तीन वाहनों में आगजनी की घटना, नारायणपुर में मुख्य सड़क पर पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध करने और कांकेर क्षेत्र में भी जमकर उत्पात मचाया है जिसे देखते हुए बस्तर के आईजी ने पूरे संभाग में हाई अलर्ट जारी किया है. नक्सलियों के खिलाफ अंदरूनी इलाकों में एंटी नक्सल ऑपरेशन तेज करने के निर्देश दिए हैं और इसी ऑपरेशन दौरान दंतेवाड़ा जिले में सीआरपीएफ 195 बटालियन और डीआरजी जवानों की संयुक्त टीम को अपने ऑपरेशन के दौरान एक बड़ी सफलता हाथ लगी है.
जवानों की संयुक्त पार्टी ने सुकमा- दंतेवाड़ा के सीमा से लगे मंगनार और गुफा एवं कोहबेड़ा इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर एक बड़ा ऑपरेशन लांच किया और नक्सलियों को एंबुश में फंसाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की. पुलिस के आला अधिकारियों ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली मारे जाने के साथ घायल भी हुए हैं और घटनास्थल से बड़ी मात्रा में नक्सलियों का विस्फोटक सामान भी जवानों ने बरामद किया है.