
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएं लोगों की जिंदगियों पर कहर बनकर टूटी हैं. हिमाचल में बादल फटने और बादल फटने से आई तबाही में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 37 लोग अभी भी लापता हैं. हालांकि मॉनसून के दौरान हिमाचल की परेशानी कम नहीं हुई है. मौसम विभाग ने रविवार के लिए हिमाचल में रेड अलर्ट जारी किया है. इसे लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि सरकार पूरी तरह से अलर्ट है. साथ ही उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने की भी बात कही है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की करीब 19 घटनाओं और इसके बाद अचानक आई बाढ़ के कारण व्यापक तबाही हुई है. इन घटनाओं में 72 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 लोग लापता हैं.
सरकार सतर्क और तैयार: सीएम सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार रेड अलर्ट के चलते पूरी तरह से से सतर्क है और पूरी तैयारी है. उन्होंने कहा कि मंडी के प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और पीडब्ल्यूडी मंत्री भी क्षेत्र में सड़कों की स्थिति और मरम्मत के काम का जायजा लेने के लिए निकले हैं.
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सिराज विधानसभा क्षेत्र में ज्यादा तबाही
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सबसे ज्यादा तबाही सिराज विधानसभा क्षेत्र में हुई है. यह पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है. यहां पर अब तक करीब 15 लोगों की मौत हुई है और करीब 30 लोग लापता हैं. जयराम ठाकुर ने सरकार से कहा है कि मेरे क्षेत्र में सबसे ज्यादा तबाही हुई है. सरकार जल्द सड़कें खोलें और गरीबों की सहायता के लिए राशन पहुंचाए.