छत्तीसगढ़ के झरने में नजर आया दुर्लभ पक्षी, ड्रोन कैमरे में हुआ अद्भुत नजारा कैद

गरियाबंद : छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश से उदंतीसीता नदी अभ्यारण्य के कुल्हाड़ीघाट रेंज में मौजूद शेष पगार झरना अपने पूरे शबाब पर है. अभ्यारण्य प्रशासन इसकी खूबसूरती को ड्रोन कैमरे में कैद कर रही थी, तभी एक दुर्लभ शिकारी पक्षी ड्रोन कैमरे में कैद हो गई. झरने के मनमोहक दृष्य को पक्षी के मौजूदगी ने चार चांद लगा दिए हैं, जिसका वीडियो भी सामने आया है.
उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि कैमरे में कैद पक्षी का नाम पेरेग्रीन फल्कान (Peregrine Falcon) है. यह दुनिया का सबसे तेज गति से उड़ने वाला पक्षी है, जो 320 किमी प्रति घंटा के रफ्तार से उड़ता है. यह पक्षी हवा में ही दूसरे पक्षियों का शिकार कर लेता है. इसे ‘Bird of Prey’ (बर्ड ऑफ प्रे) की उपाधि मिली हुई है. उपनिदेशक वरुण जैन ने कहा कि शेष पगार झरना और यहां की समृद्ध जैव विविधता क्षेत्र पर्यटकों और शोधकर्ताओं दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
बता दें, छत्तीसगढ़ के गरियाबंद और धमतरी जिलों में फैला उदंती-सीतानदी अभ्यारण्य प्राकृतिक सुंदरता और दुर्लभ वन्यजीवों का अद्वितीय घर माना जाता है. घने जंगलों की गोद में स्थित शेष पगार वाटरफॉल यहाँ आने वाले पर्यटकों को एक अनोखा और शांत वातावरण प्रदान करता है.
कुल्हाड़ीघाट रेंज में बहता यह झरना इन दिनों अपनी पूरी रौनक पर है. बारिश के मौसम में ऊंचाई से गिरती दूधिया धाराओं की गूंज दूर-दूर तक सुनाई देती है. हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक इसकी मनमोहक छटा देखने यहां पहुंचते हैं. बारिश की बूंदों से धुला यह नजारा किसी कल्पना से कम नहीं लगता.
कैसे पहुंचें शेष पगार वाटरफॉल
अगर आप भी इस अद्भुत झरने का दीदार करना चाहते हैं, तो पहले उदंती-सीतानदी अभ्यारण्य में प्रवेश करना होगा. गरियाबंद या धमतरी से यहाँ पहुँचा जा सकता है. इसके बाद स्थानीय वाहन या जीप किराए पर लेकर आप झरने तक की यात्रा कर सकते हैं. बारिश के मौसम में यह यात्रा और भी रोमांचक हो जाती है.