इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में धूमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन पर्व… भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के महत्व और रक्षाबंधन त्योहार के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व से वाकिफ हुए विद्यार्थी

रक्षाबंधन परिवार के एकजुट होने का उत्सव-डॉ0 संजय गुप्ता।

कोरबा : रक्षाबंधन का शाब्दिक अर्थ रक्षा करने वाला बंधन, मतलब धागा है। इस पर्व पर बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और बदले में भाई जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।रक्षा बंधन को राखी या सावन महीने में पड़ने की वजह से श्रावणी या सलोनी भी कहा जाता है।यह श्रावण माह के पूर्णिमा में पड़ने वाला हिंदू तथा जैन धर्म का प्रमुख त्योहार है।

श्रावणी पूर्णिमा में रेशम के धागे से बहन द्वारा भाई की कलाई पर बंधन बांधे जाने की रीत को रक्षाबंधन कहते हैं। इंडस पब्किक स्कूल-दीपका में रक्षाबंधन का पर्व बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।विद्यार्थियों ने पूजा की थाल सजाकर भाइयों की आरती की एवं तिलक लगाकर मिठाइयाँ खिलाई।।भाइयों ने अपने बहनों को विभिन्न उपहार दिए। रक्षाबंधन के पर्व को विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ मनाया। रंग-बिरंगे परिधानों में एक से बढ़कर एक राखियों के डिजाइनों को देखकर मन मोहित हो जाता था।

तत्पश्चात सभी बहनों ने अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधी। विद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों ने विद्यालय परिसर में स्थित पेड़ पौधों को भी राखी बांधकर आजीवन उनकी रक्षा का संकल्प लिया तथा लोगों को संदेश दिया कि पेड़ पौधे हमारे लिए कितने उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है। अधिकांश राखियाँ विद्यालय में आर्ट एवं क्राफ्ट विभाग द्वारा निर्मित किया गया था।

रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर विद्यालय में कक्षा पहली से पांचवी तक की छात्र-छात्राओं के लिए राखी बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था ,वहीं दूसरी ओर कक्षा छठवीं से लेकर 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए मेहंदी लगाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। दोनों ही प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा अपनी रचनात्मकता का बखूबी प्रदर्शन किया। बच्चों ने एक से बढ़कर एक रचनात्मक से परिपूर्ण राखी बनाकर अपनी भावना का प्रदर्शन किया वहीं छात्राओं ने अपने हाथों में और अपने सहेलियों के हाथों में मेहंदी की एक से बढ़कर एक डिज़ाइनर बनाई तथा अपनी क्रिएटिविटी का प्रदर्शन किया।

मेहंदी कला की रचनात्मक देखते ही बनती थी। छात्राओं ने बहुत ही सुंदर-सुंदर डिजाइने मेहंदी प्रतियोगिता में बनाई और खूब वाह वाही लूटी। साथ ही प्राइमरी स्तर तक के विद्यार्थियों ने भी अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न प्रकार की डिजाइनों में राखी बनाई। कोई मोर पंख का इस्तेमाल करते नजर आया तो, कोई मोतियों का इस्तेमाल करके बहुत ही सुंदर राखी बनते नजर आया तो कोई फूलों की पंखुड़ियां को राखी का आकार देते नजर आया।

इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका की शिक्षिका श्रीमती स्वाति सिंह ने बताया कि श्रावण मास की पूर्णिमा पर मनाए जाने वाले इस पर्व का विशेष महत्तव है। भगवान श्री कृष्ण ने रक्षा सूत्र के विषय में युधिष्ठिर से कहा था कि अपनी सेना के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाओ, इससे पांडवों और उनकी सेना की रक्षा होगी।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ0 संजय गुप्ता ने कहा कि यह त्योहार परिवार के साथ एकजुट होने का उत्सव है।यह पूरे वर्ष के दौरान प्रार्थनाओं की परिणिति है।रक्षाबंधन के दिन प्रत्येक भाई अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का विशेष सहयोग रहा।

विद्यार्थियों को बताया कि रक्षाबंधन का अर्थ सुरक्षा का एक अनूठा रिश्ता, जिसमें बहनें अपने भाईयों को राखी का धागा बांधती हैं। लेकिन यह धागा मित्रता की भावना से भी बांधा जाता है, जिसे हम दोस्ती का धागा भी कहते है। रक्षाबंधन के दिन बहन से राखी बंधवाते समय भाई यह प्रण लेते हैं कि मैं जीवन भर बहन की रक्षा करूंगा।

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