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गुरू पर्व पर नशामुक्त समाज स्थापना के लिए संघर्ष कर रहीं करिगांव की महिलाओं सहित नि:शक्त व वृद्धजनों का हुआ सम्मान

पत्रकार योम प्रकाश लहरे व उदय मधुकर ने नशामुक्ति के लिए संघर्ष कर रहीं करिगांव की महिलाओं का‌ साल व श्रीफल से किया सम्मान

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर

सक्ती : मालखरौदा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत करिगांव में 17 दिसंबर, बुधवार को पंचायत भवन में गुरू घासीदास जयंती की पूर्व संध्या पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस गरिमामय मंच से पंचायत स्तर पर ग्राम के नि:शक्त व वृद्धजनों का कंबल भेंटकर सम्मान किया गया।‌ इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक लाल साय खुंटे, प्रदेश उपाध्यक्ष रोहन भारद्वाज , बड़े गौंटिया रामकुमार चंद्रा, पूर्व सरपंच गिरधर प्रसाद चंद्रा, सरपंच श्रीमती कंचन -धनसाय मधुकर, राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग प्रदेश सचिव राजकुमारी चंद्रा, सक्ती जिलाध्यक्ष महेंद्र बरेठ, जिला अध्यक्ष महिला सेल श्रीमती कांता यादव, जिला सचिव रेवती नंदन पटेल, उदय मधुकर, फागुराम कुर्रे, श्रीमती मांडवी साहू, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती डिनेश्वरी बरेठ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रतन मधुकर, पत्रकार योम प्रकाश लहरे सहित पंचगण व ग्रामवासी उपस्थित रहे।

इसी गरिमामय मंच से ग्राम पंचायत करिगांव को नशामुक्त बनाने संघर्षरत करिगांव गांव की स्व-सहायता समूहों की महिलाओं का उनके नेकी भरे कार्यों के लिए पत्रकार योम प्रकाश लहरे व उदय मधुकर सहित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने उन्हें साल व श्रीफल भेंट कर विशेष सम्मान किया गया। सम्मान प्राप्त करने वालों में माता रमाबाई स्व-सहायता समूह, माता सावित्री बाई फूले स्व सहायता समूह, भगवान बिरसा मुंडा स्व सहायता समूह, जय भीम स्व सहायता समूह, अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह, नारी स्व-सहायता समूह, प्रगति महिला स्व-सहायता समूह, एकता स्व सहायता समूह तथा उन्नति महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष शामिल रहे। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक लालसाय खुंटे ने कहा कि हमें सच्चे मन से उनके सतनाम विचारधारा को आत्मसात करने की आवश्यकता है। प्रदेश उपाध्यक्ष रोहन भारद्वाज ने कहा बाबा गुरू घासीदास के सतनाम विचारधारा ने अपने ज्ञान के प्रकाश से अंधकार में फंसे मानव समाज को आलोकित किया है। सामाजिक कार्यकर्ता व पत्रकार उदय मधुकर ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनके सतनाम विचारधारा पर चलकर ही देश व समाज का सम्पूर्ण विकास संभव है।

पत्रकार योम प्रकाश लहरे ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जी ने नशामुक्त समाज का सपना देखा था। उन्होंने मानव समाज को नशापान न करने की सीख दी थी पर इसके उलट आज हम और हमारा समाज शराब आदि के गिरफ्त में फंसते ही चले जा रहे हैं। हमे‌ इसका पूरी तरह से परित्याग करना ही होगा तभी समाज का भला होगा। हमें वापस बाबा गुरू घासीदास जी के विचारों को अपनाना होगा। रेवती नंदन पटेल ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। गुरू बाबा की शिक्षाएं हमें युगों युगों तक हमें मानवता का पाठ पढ़ाते रहेगी। जिलाध्यक्ष महेंद्र बरेठ ने इस सुंदर आयोजन के लिए सरपंच श्रीमती कंचन -धनसाय मधुकर सहित करिगांव वासियों को बधाई दी। सरपंच श्रीमती कंचन मधुकर ने बताया कि उनकी सोच करिगांव को आदर्श पंचायत के रूप में विकसित करने की है। इस हेतु वे प्रयासरत हैं। कार्यक्रम का सफल संचालन व आभार प्रदर्शन सामाजिक कार्यकर्ता धनसाय मधुकर ने किया।‌