देश के सबसे बड़े नक्सली ऑपरेशन से भयभीत होकर नक्सलियों ने फिर प्रेस नोट जारी किया है। तीसरी बार जारी प्रेस नोट में नक्सलियों ने एक बार फिर से शांति वार्ता के लिये अपील की है। बीजापुर और तेलंगाना की सीमा में चल रहे नक्सली ऑपरेशन को तुरंत रोकने की बात कही है।
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नक्सलियों के भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के उत्तर पश्चिम सब जोनल ब्यूरो प्रभारी रूपेश ने पत्र जारी लिखा है कि बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर जारी धेराव-उन्मूलन सैनिक अभियान को तुरंत रोकना चाहिए। सरकार को शांति वार्ता के लिए आगे आना चाहिए। सभी लोग चाहते हैं कि समस्या का समाधान शांति वार्ता के जरिए हो। शांति वार्ता के लिए हमारी पार्टी हमेशा तैयार है।
उसने आगे लिखा है कि हमारी पार्टी के केंद्रीय कमेटी ने भी शांति वार्तां को लेकर पत्र जारी किये थे, विश्वास का कमी को दूर करने के लिए हमारे तरफ से लगातार प्रयास जारी है, लेकिन सरकार का मंशा अलग दिख रहा है। शांति वार्ता के जरिए समस्या हल होने का संभावना रहने के बावजूद सरकार दमन व हिंसा का प्रयोग से समस्या का समाधान के लिए प्रयास कर रहा है। इसी का नतीजा है बीजापुर तेलंगाना सीमा पर एक बड़ा सैन्य अभियान को लॉन्च किया गया है। इस अभियान को तुरंत रोकना चाहिए। बलों को वापस लेना चाहिए। सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि वार्ता के जरिए समस्या का समाधान का रास्ता अपनाये। अनुकूल माहौल बनायें। इस रास्ते से सकारात्मक नतीजा निकलेंगे, बंदूक ‘के बल पर समस्या का समाधान के लिए सरकार की ओर से अमल किये जा रहे कगार सैनिक अभियान को एक महीने के लिए स्थगित करें। हमारे यह अपील पर सरकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद कर रहे हैं।
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चार दिन से कर्रेगुट्टा में भारी मुठभेड़
इस वक्त बीजापुर के कर्रेगुट्टा के जंगलों में सुरक्षा बलों और करीब एक हजार से ज्यादा नक्सलियों के बीच घमासान जारी है। इस ऑपरेशन में पांच हजार से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं। अब तक की मुठभेड़ में तीन महिला नक्सली के शव मिल चुके हैं। वहीं कई नक्सलियों के ढेर होने की भी खबर है।
बड़े कैडर के नक्सली मौजूद
सूत्रों की मानें तो मोस्टवांटेड नक्सली हिड़मा, दामोदर और देवा भी इन जंगलों में छिपे हुए हैं। इनको जिंदा या मुर्दा पकड़ने के लिये सुरक्षा बल लगातार जंगलों और पड़ाड़ियों में सर्चिग कर रहे हैं।
नक्सलियों की अपील पर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
बता दें कि इससे पहले भी दो बार नक्सली प्रेस नोट जारी कर सरकार से शांति वार्ता की अपील कर चुके हैं। ये तीसरी बार प्रेस नोट जारी किया गया है। दोनों बार छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ने विजय शर्मा नक्सलियों को दो टूक जवाब दे चुके हैं।