राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग सक्ती जिला ईकाई ने किया गिरौदपुरी व शिवरीनारायण मंदिर दर्शन
जिला रिपोर्टर सक्ती- उदय मधुकर

सक्ती – राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग जिला सक्ती ईकाई की टीम अपने जिलाध्यक्ष महेंद्र बरेठ के अगुवाई में रविवार,15 जून को गुरू दर्शनार्थ गिरौदपुरी धाम पहुंची। इस दौरान सभी ने क़ुतुब मीनार से उंचा जैतखाम, मुख्य मंदिर, छाता पहाड़, चरण कुंड, अमृत कुंड, पचकुंडी
सहित बाबा गुरू घासीदास जी से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण स्थलों का दर्शन किया। अपने विचार साझा करते हुए जिलाध्यक्ष महेंद्र बरेठ ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जी के सतनाम विचारधारा हमें सत्य, अहिंसा, प्रेम व भाईचारे का पाठ पढ़ाती है।
आज जरूरत हमें इन विचारों को दिल से आत्मसात कर आगे बढ़ने की है। रेवती नंदन पटेल ने कहा गुरू बाबा घासीदास जी के सतनाम विचारधारा समाज में मनखे-मनखे एक बरोबर के विचारधारा को स्थापित करता है। उदय मधुकर ने कहा गिरौदपुरी धाम में स्थापित कुतुब मीनार से भी ऊंचा जैतखंभ ने बाबा गुरू घासीदास जी के सतनाम विचारधारा को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लेके गया है। जिलाध्यक्ष महिला सेल श्रीमती कांता यादव ने कहा बाबा गुरू घासीदास के विचार आज भी प्रासंगिक हैं।
इधर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने गिरौदपुरी धाम से लौटते समय माता शबरी को समर्पित शिवरीनारायण मंदिर का भी दर्शन किया। शिवरीनारायण मंदिर के धार्मिक मान्यताओं के बारे में राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग के प्रदेश पदाधिकारी रतन मिरी, राजकुमारी चंद्रा व मांडवी साहू ने बताया कि शिवरीनारायण की पावन धरा को माता शबरी का जन्मस्थली बताया। उन्होंने आगे बताया कि धार्मिक मान्यताओं की मानें तो त्रेता युग में भगवान राम भाई लक्ष्मण के साथ माता सीता के खोज के दौरान यहां पहुंचे थे।