चक्रवात मोन्था तूफान में बदला, समुद्र में 5 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी; ओडिशा-आंध्र में भारी बारिश, छत्तीसगढ़ में भी असर
चक्रवात मोन्था तूफान में बदला, समुद्र में 5 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी; ओडिशा-आंध्र में भारी बारिश, छत्तीसगढ़ में भी असर

चक्रवात मोन्था गंभीर तूफान में बदल गया है। मौसम विभाग के मुताबिक तूफान विशाखापट्टनम की तरफ 18kmph की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। जैसे-जैसे यह काकीनाड़ा-मछलीपट्टनम तट के करीब पहुंचेगा तेज होता जाएगा। प्रदेश के तटीय जिलों में बारिश और 90 से 110kmph की रफ्तार से आंधी चल रही है।
चक्रवात मोन्था के आगे बढ़ने से काकीनाड़ा में समुद्र उफान पर है। काकीनाड़ा और उप्पदा के बीच सड़क का लगभग 8 किलोमीटर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। अधिकारियों ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इस रोड को बंद कर दिया है।
लैंडफॉल के दौरान समुद्र में 5 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। साउथ सेंट्रल रेलवे (SCR) ने विजयवाड़ा डिवीजन के तहत चलने वाली 54 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है।मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान के प्रभाव से देश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों के 9 राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और झारखंड में अगले तीन दिन तक बारिश हो सकती है।
तूफान के प्रभाव से सोमवार को छत्तीसगढ़, झारखंड में भारी बारिश हुई। मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र के कई जिले भी भीगे। तूफान मोन्था नाम थाइलैंड ने दिया है। थाई भाषा में इसका अर्थ है सुगंधित फूल।
छत्तीसगढ़ में चक्रवात ‘मोंथा’ के प्रभाव से राज्य के दक्षिणी हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक तेज हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है.
दक्षिण छत्तीसगढ़ में आज भारी बारिश की संभावना
28 अक्टूबर को दक्षिण छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है. वहीं एक-दो जगहों पर सीमांत भारी बारिश की भी संभावना है।
80 किमी प्रति घंटे तक चल सकती हैं तेज हवाएं
मौसम विभाग के अनुसार, 28 अक्टूबर को दक्षिण छत्तीसगढ़ में 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जोw झोंकों के साथ 80 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं. 29 अक्टूबर को मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हवाओं की रफ्तार 50-60 किमी प्रति घंटे तक रहने का अनुमान है।





