महासमुन्द पुलिस ने गुम 200 मोबाईल बरामद कर मोबाइल के मालिकों को किया सुपुर्द
रिपोर्टर -सुकिशन कश्यप
महासमुन्द जिले के सभी थाना क्षेत्रों में आमजनों के मोबाईल गुम/चोरी हो गये थे बहुत से लोग ऐसे थे जो मोबाईल में स्थित डाटा/कौन्टेट के कारण लोग मोबाईल की कीमत पर न जाकर उसमें स्थित डाटा/कौन्टेट के कारण मोबाईल को पुनः प्राप्त करना चाहते थे। हम में से प्रत्येक व्यक्ति का वर्तमान में मोबाईल जीवन का अभिन्न अंग बन चुका हैै हम अपने मोबाईल में ऐसे जानकारियाॅं सुरक्षित रखते है जिसका दिन प्रतिदिन एवं भविष्य उपयोग में आता है। चाहे वह व्यापार वर्ग से हो, प्राईवेट सेक्टरों में काम करने वाले हो, या सरकारी संस्थानों में काम करने वाले हो मोबाईल के गुम हो जाने पर अपने जरूरतों के हिसाब से उसे पुनः प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
आम लोगों के द्वारा मोबाईल गुम हो जाने की थानों में तथा पुलिस अधीक्षक महासमुन्द कार्यालय में आकर सूचना या रिपोर्ट करने में आने वाली कठिनाईयों को देखते हुये महासमुन्द जिला में स्थित सायबर सेल में गुम मोबाईल को ढुडने के लिए एक स्पेशल सायबर डेस्क का गठन किया गया है। जो समय में मोबाईल बरामदगी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
महासमुन्द जिले के थाना क्षेत्रों में चोरी/गुम हुये मोबाईलों की जानकारी प्राप्त करने और उन्हें बरामद करने में सायबर सेल के स्पेशल सायबर डेस्क ने अथक प्रयास किया, जिससे थाना क्षेत्रों में चोरी/गुम हुये लगभग 200 मोबाईलों को बरामद हुआ है। जिनकी अनुमानित कीमत 30,00,000/- रूपये है सायबर सेल के सायबर डेस्क ने चोरी/गुम हुये मोबाईलों को जब स्केन किया तो कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने बताया कि मोबाईल को गिरा हुआ, पडा हुआ मिला है या इस जगह से खरीदा है सायबर डेस्क ने उन लोगों को चिन्हांकित किया जो भूलवश या जानकारी के अभाव में कही पर गिरे हुये या रखें हुये मोबाईलों को प्राप्त कर लिया है सायबर सेल की स्पेशल डेस्क ऐसे लोगों से मिली और उन्हें समझाया और बताया कि वास्तव में किसी जगह पर मिले वे मोबाईलों के साथ क्या किया जाना चाहिये उन्हे समझाया कि आपकों किसी स्थान पर अगर कोई मोबाईल लावारिस हालत में मिलता है तो उनका कर्तव्य बनता है कि उसकी सूचना निकटम थानें में देते हुए उस लवारिस मोबाईल को निकटतम थानें में सौप दे।
महासमुंद पुलिस के द्वारा आम जनताओ से अपील है कि किसी भी फ्रॉड कॉल आने पर बैंक OTP, व्यक्तिगत जानकारी न दे सावधान रहे सतर्क रहे
इन सभी मोबाईलों की बरामदगी सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक संतोष सिंह, आर. चम्पलेश ठाकुर, रवि यादव, अजय जांगडे की टीम के द्वारा की गई।