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INN24 NEWS EXCLUSIVE बिलासपुर परिवहन विभाग जहां कर्मचारी निजी खर्च पर असिस्टेंट रख करते है शासकीय कार्य,,,,, शिकायत पर शक्श को पहचानने से इंकार,,,,, पर बगल में बैठा कर कराते है काम,,,,, देखें वीडियो

बिलासपुर परिवहन कार्यालय में एक अनोखा मामला सामने आया है जिसमें टैक्स शाखा प्रभारी कुमारी मोनिका विश्वकर्मा एक निजी सहायक लेकर अपने शाखा में उनसे कार्य लेती है जिसका नाम अब्बास है जिसे स्वयं के खर्चे में अब्बास को अपना निजी सहायक बनाकर रखा हुआ है, इस मामले को जब क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के समक्ष रखा गया और पत्र के माद्यम से अब्बास की जानकारी मांगी गई तब उन्होंने मोनिका विश्वकर्मा को पत्र जारी कर इस पर जवाब मांगा जिसपर कुमारी मोनिका विश्वकर्मा ने अब्बास को पहचानने से इनकार करते हुए पत्र का जवाब पत्र के माध्यम से दिया।

आपको यह जानकर बहुत हैरानी होगी के INN24 के पास तस्वीर है दिनांक 19/4/2023 का जिसमें टैक्स शाखा प्रभारी कुमारी मोनिका विश्वकर्मा अपने कार्यालय में बैठी है और अब्बास उनके ही कंप्यूटर में बैठा है, अब्बास को कुमारी मोनिका विश्वकर्मा ने लिखित रूप में जान पहचान से इनकार किया है। तब एक अनजान आदमी उनके कार्यालय में क्या कर रहा है ? अब यह सोचने वाली बात है कि सरकारी कर्मचारी क्या अपना काम स्वयं नहीं कर सकते या फिर उन्हें काम नहीं आता ? इसलिए अपने ही निजी खर्चे पर एक कर्मचारी रखकर अपने वक्त को आराम करने में बिताते हैं या फिर सीधी लेन देन से बचने के लिए एक माधयम के रूप में अपने पास ही रखे रहते है । आपको बता दे की पूर्व में भी मोनिका विश्वकर्मा के ऊपर वाहन के टैक्स में गड़बड़ी करने का भी आरोप लग चूका है जिसका मामला न्यायालय में लंबित है।

इस पुरे मामले में ध्यान देने वाली बात यह है की कुमारी मोनिका विश्वकर्मा जो की टैक्स प्रभारी है बिलासपुर परिवहन कार्यालय का एक वीडियो जिसका दिनांक 12.09.2023 है जिसमें अब्बास उनके साथ बगल में बैठकर उनके ही कंप्यूटर पर बैठा है और क्या कर रहा है यह तो मोनिका जी ही बता पाएंगी पर एक वीडियो है जिसमें मोनिका विश्वकर्मा अपने शाखा में आराम से चेयर पर बैठकर किसी से फोन में बात कर रही हैं और उनके बगल में बैठकर वह शख्स उनके कंप्यूटर में बैठकर कुछ कर रहा है। मोनिका विश्वकर्मा द्वारा लिखित पत्र दिनांक 07.08.2023 के माधयम से अपने वरीय अधिकारी को यह बयान देना कि वह उस शख्स को नहीं जानती एवं पहचानती पर तस्वीर और वीडियो कुछ और ही बायां कर रही है।

क्या लिखित पत्र साफ-साफ अपने बड़े अधिकारी को अंधेरे में रखने के समान नहीं है साथ ही साथ अपने बड़े अधिकारी को लिखित रूप में झूठा बयान दे रही है। अब देखना होगा कि कुमारी मोनिका विश्वकर्मा का यह फोटो और वीडियो के साथ उसे लेटर की सच्चाई कितनी है जिस पर वह कह रही है कि वह अब्बास को नहीं पहचानती।

यह कोई पहला जिला नहीं है जहाँ आरटीओ कर्मचारी अपने काम के लिए निज सहायक रखे हुए हैं इससे पहले कोरबा की कार्यालय अधीक्षिका गीत ठाकुर भी कामेश देवांगन नाम के एक व्यक्ति को अपने सहायक के रूप में अपने ही कमरे में बैठ कर रखती हैं जिससे वह अपना पूरा काम लेती हैं वह केवल हस्ताक्षर करती हैं क्योंकि उनके हस्ताक्षर की कीमत है।

कोरबा कार्यालय में वहाँ के प्रसिद्ध और अधिकारी के चहेते एजेंट संतोष राठौर को भी शासकीय कंप्यूटर में बैठकर कार्य को निपटाते हुए देखा गया था इन सब से यह प्रतीत होता है कि आरटीओ कार्यालय में या तो काम बहुत है जिससे कर्मचारी एवं अधिकारी नहीं कर पाते इसलिए अपने खर्चे पर निज सहायक रखे हुए हैं या फिर वहां पर निश्चित तौर पर धन वर्षा होती है इसलिए कुछ पैसे देकर कर्मचारी अपना सुकून और चैन खरीद सकते हैं।

खबर के प्रसारित होने के बाद परिवहन अधिकारी बिलासपुर किस प्रकार की कार्यवाही करते हैं यह देखने वाली बात हैं ?

 

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