Chhattisgarhछत्तीसगढ

हसौद गांव का बेटा लक्ष्मी नारायण उच्च शिक्षा हेतु ब्रिटेन के लिए रवाना

यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल में एम.ए. राजनीति शास्त्र व अंतराष्ट्रीय संबंध विषय की करेंगे पढ़ाई

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर, सक्ती : सक्ती जिले के जैजैपुर विकासखंड अंतर्गत हसौद गांव के निवासी प्रतिभाशाली छात्र लक्ष्मीनारायण धीरहे को भारत सरकार की प्रतिष्ठित नेशनल ओवरसीज स्कालरशिप प्रदान की गई है। प्रतिभावान छात्र लक्ष्मी नारायण इसके तहत ब्रिटेन स्थित युनिवर्सिटी आफ लिवरपूल में राजनीति विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगे। यह छात्रवृत्ति देश की सबसे कठिन और प्रतिस्पर्धी योजनाओं में से एक मानी जाती है, जिसमें केवल कुछ ही चुनिंदा विद्यार्थियों को अवसर मिलता है।

भारत सरकार की ओर से इस साल ओवरसीज स्कालरशिप पाने वाले भारतीयों में वे छत्तीसगढ़ प्रदेश की ओर से अकेले छात्र हैं। छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे ने अपनी इस उपलब्धि को अपने माता-पिता व गुरू जनों को समर्पित किया है। बात करें छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे की तो हसौद निवासी लक्ष्मी नारायण धीरहे का जन्म सतनामी समाज के एक गरीब किसान परिवार में पिता भागवत प्रसाद धीरहे व माता श्रीमती संतोषी धीरहे के घर हुआ था। लक्ष्मी नारायण धीरहे ने प्राथमिक शिक्षा गांव के ही हैप्पी पब्लिक स्कूल से किया वहीं मिडिल स्कूल की पढ़ाई गांव के ही संस्कार पब्लिक स्कूल से हुई जबकि हाईस्कूल व हायर सेकेण्डरी स्कूल की पढ़ाई नेशनल कान्वेंट स्कूल डभरा से इंग्लिश मीडियम में उत्तीर्ण करने पश्चात स्नातक की परीक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास किया। यहां इस परीक्षा में होनहार लक्ष्मी नारायण ने 76%अंको के साथ टाप किया।‌ इसके पश्चात मेघावी छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे ने आइलेट इक्जाम क्लीयर करके विदेशी शिक्षा के लिए पात्रता हासिल कर लिया। अब वे ब्रिटेन स्थित यूनिवर्सिटी आफ लिवरपूल में एम ए राजनीति शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय संबंध विषय की पढ़ाई करेंगे। भारत सरकार उन्हें इसके लिए नेशनल ओवरसीज स्कालरशिप देगी।

छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे ने अपनी मेहनत व लगन से यह बात सच साबित कर दिखाया है कि अगर हम सच्चे मन से ठान लें तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। लगन से मेहनत करने वालों को सफलता जरूर मिलती है। हसौद से दिल्ली यूनिवर्सिटी व उससे आगे सात समुंदर पार ब्रिटेन तक का सफर गरीब किसान के बेटे के लिए बिल्कुल आसान नहीं रहा है। मुश्किल पारिवारिक आर्थिक चुनौतियों के बीच यह सफलता कतई आसान नहीं रहा बावजूद इसके इस होनहार छात्र मुश्किल हालातों को परास्त करते हुए यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल किया है। छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे ने बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर को अपना आदर्श बताते हुए कहा कि बाबा साहब के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेते हुए मैं आगे बढ़ा हूं। इधर छात्र के इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के पदाधिकारियों ने बधाई दी है। प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज सक्ती जिला ईकाई ने इस होनहार छात्र के पढ़ाई के लिए 50000रू (पचास हजार रुपए) आर्थिक मदद की बात कही है।

इस मौके पर प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज सक्ती जिला ईकाई के पदाधिकारियों ने छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे की इस विशेष उपलब्धि पर नाज करते हुए इसे समाज के लिए प्रेरणा बताया है। छात्र लक्ष्मी नारायण धीरहे ने बताया कि वे उच्च शिक्षा के लिए अगले एक साल ब्रिटेन में रहकर पढ़ाई करेंगे। इस हेतु वे आज दिल्ली के लिए रवाना हुए जहां से वो ब्रिटेन के लिए ब्रिटेन के लिए उड़ान भरेंगे। इधर सतनामी समाज के पदाधिकारियों ने अपने समाज के इस होनहार बेटे की सफलता पर गर्व प्रकट किया है ।