Govt. Scheme For Girls: मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही बेटियों के लिए स्किम, आप भी ले जानकारी ओर उठाए लाभ, करना होगा बस ये आसान काम

Govt. Scheme For Girls: केंद्र सरकार ने देश में बेटियों की स्थिति को सुधारने के लिए कई बचत योजनाओं की शुरुआत की है, जो बेटियों को लाभ देते हैं। पीएम सुकन्या समृद्धि योजना माता-पिता को बचत करने की सुविधा देती है। 10 साल या उससे कम उम्र की बालिका के माता-पिता इस योजना के माध्यम से बैंक या कार्यालय में एक खाता खोल सकेंगे, जिससे वे भविष्य में उच्च शिक्षा और शिक्षा के लिए धन बचत कर सकेंगे। SSY के तहत खता खोलने पर लाभार्थी बालिका को सरकार द्वारा 7.6% ब्याज दिया जाएगा; लाभ 21 वर्ष की उम्र में मिल सकता है।

ऐसे में क्या सुकन्या समृद्धि योजना है अगर प्रधानमंत्री अभी अपनी बेटी को सुकन्या समृद्धि योजना का लाभ देना चाहते हैं? हमारे लेख से आप SSY खाता कैलकुलेशन, योजना के लाभ, योग्यता, दस्तावेज और आवेदन प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी।

क्या है ये योजना 

सुकन्या समृद्धि योजना 2023 को 2015 में केंद्र सरकार ने बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत शुरू किया था। सरकार इस योजना के माध्यम से माता-पिता को अपनी बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बचत करने की अनुमति देती है। 10 साल या इससे कम आय वाली बालिका का खाता एसएसवाई के तहत खुलवाया जा सकता है, अकाउंट खोलने के लिए न्यूनतम राशि 250 रूपये और अधिकतम राशि 1.5 लाख रूपये है. आवेदक अपनी सुविधानुसार बेटी के खाते में पैसे जमा कर सकते हैं, लेकिन लाभार्थी को खाता खोलने की तिथि से 14 साल तक खाते में पैसे जमा करने होंगे। तब बालिका 21 वर्ष की होने पर खाते में एकमुश्त पैसे निकाल सकेगी. वह 18 वर्ष की होने पर भी बैंक से 50% पैसे निकाल सकेगी।

Govt. Scheme For Girls: मोदी सरकार द्वारा चलाई जा रही बेटियों के लिए स्किम, आप भी ले जानकारी ओर उठाए लाभ, करना होगा बस ये आसान काम

योजना का नाम प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना है, जो केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई थी और 22 जनवरी, 2015 को शुरू की गई थी, वर्ष 2023. योजना का उद्देश्य देश की बालिकाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बचत की सुविधाएं प्रदान करना है. योजना का ऑफिसियल वेबसाइट nsiindia.gov.in है।

योजना के तहत लाभार्थी को मिलने वाले लाभों की सूची निम्नलिखत है। 

PM सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से लोग अपनी बेटी के भविष्य के लिए पैसे जमा कर सकेंगे।

आवेदक 10 साल या उससे कम की बेटी के नाम पर खाता खुलवाकर अपनी सुविधानुसार कम से कम 250 रूपये या अधिकतम 150,000 रूपये जमा कर सकते हैं।

SSY योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक पोस्ट ऑफिस या बैंक में बेटी का खाता खोल सकते हैं।

योजना के तहत आवेदन को 7.6% ब्याज दिया जाएगा।

बालिका का खाता खोलने की तिथि से 21 वर्ष की आयु तक आवेदक का खाता मैच्योर होता है।

योजना के तहत आवेदक बालिका 18 वर्ष की उम्र में अपनी उच्च शिक्षा या अन्य आवश्यकताओं के लिए धन निकाल सकती है, लेकिन उस समय वह केवल 50 प्रतिशत धन निकाल सकती है।

योजना के तहत आवेदक बालिका का खाता एक डाकघर या बैंक से दूसरे में स्थानांतरित किया जा सकता है।

सुकन्या समृद्धि योजना में एक हजार रुपये से SSWI खाता खोला जा सकता है।

एक परिवार में दो बच्चे इस कार्यक्रम से लाभान्वित हो सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना में इन्वेस्ट टैक्स छूट का लाभ इनकम टैक्स सेक्शन 80-C के तहत मिलेगा।

इस योजना से मिलने वाले ब्याज पर सरकार को कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा; इसके बजाय, आपकी जमा राशि ब्याज से बढ़ेगी।

आपको योजना के तहत खाता खुलवाने से लेकर 14 साल तक लगातार निवेश करना होगा।

सुकन्या समृद्धि यजना के नागरिकों को अपनी बेटी के विवाह, उच्च शिक्षा और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने में कोई आर्थिक कठिनाई नहीं होगी।

SSY योजना में नए बदलाव: केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना में पांच नए बदलाव किए हैं, जो इस प्रकार हैं।

योजना के लिए आवेदक को एक साल में कम से कम 250 रूपये नियमित कमरे से खाते में जमा करना होगा.
अगर लाभार्थी ऐसा नहीं करते हैं, तो उनका खाता डिफॉल्ट माना जाएगा।

2019 के नए नियमों के अनुसार, अगर SSY अकाउंट को दोबारा एक्टिवेट नहीं किया गया, तो आपके डिफॉल्ट खाते पर 7.6% ब्याज दर मिलेगी।

सुकन्या समृद्धि योजना में एक परिवार की केवल एक बेटी के नाम पर खाता खोला जा सकता है, लेकिन अगर परिवार में दूसरी बेटी भी है, तो दोनों बेटियों के नाम पर खाता खोला जा सकता है।

योजना में लाभार्थी बालिका का खता दो परिस्थितियों में बंद होता है पहली बेटी की मृत्यु होने पर और दूसरी बेटी के निवास स्थान में बदलाव होने पर खाता बंद कर दिया जाता है. अब यदि बेटी के अभिभावक वर्ष में किसी कारण से मर जाते हैं तो भी खाता बंद कर दिया जाता है।

SSY में पहले लाभार्थी बालिका को 10 साल की आयु में खाते का संचालन दिया जाता था, लेकिन अब नए नियमों के अनुसार लाभार्थी बालिका खाते का संचालन अपने आप नहीं कर सकती है; बालिका 18 साल की होने तक उसके अभिभावकों द्वारा किया जाता है।

नए नियमों के अनुसार, खाते में गलत ब्याज वापस करने के प्रावधान में बदलाव किया गया है, और खाते का सालाना ब्याज हर साल के अंत में जमा किया जाएगा।

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