NATIONALअपराधभारत

Delhi Red Fort Blast Case: मुजम्मिल का खुलासा, लाल किले से भी बड़ा आतंकवादी हमला था प्लान

Delhi Red Fort Blast Case: सुरक्षा एजेंसियों की जांच में लाल किला ब्लास्ट मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों की केस डायरी में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, विस्फोटक बनाने में एसीटोन (जो नेल पॉलिश रिमूवर है) और पिसी हुई चीनी का इस्तेमाल किया गया था। फरीदाबाद से बरामद विस्फोटक और इस ब्लास्ट का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि डॉक्टर उमर मोहम्मद था, जिसकी मौत हो चुकी है। जांच से पता चला है कि डॉक्टर उमर मोहम्मद जैश-ए-मोहम्मद का ट्रेंड आतंकी था। उसने देश में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले की साजिश रची थी।

Gold-Silver Price Today: सोने-चांदी के दामों में गिरावट, जानें आज के भाव

‘डॉक्टर उमर को 9 से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान था’

पकड़े गए आतंकी मुजम्मिल के कबूलनामे के अनुसार, डॉक्टर उमर खुद को ‘आमिर’ कहता था, जिसका मतलब ‘राजकुमार’, ‘सेनापति’ या ‘शासक’ होता है। मुजम्मिल ने बताया, ‘वह खुद को एक शासक-एक राजकुमार मानता था जो हमेशा दीन की बातें करता था। खुद से ज्यादा काबिल पढ़ा-लिखा वो किसी को नहीं समझता था। डॉक्टर उमर को 9 से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान था, जिसमें हिंदी, उर्दू, इंग्लिश, पर्सियन, अरबी, चाइनीज, फ्रेंच शामिल हैं। उमर एक शासक, एक लीडर, राजकुमार खुद को मानता था। उमर की नजर में डॉक्टर अदील एक खजांची था। वह इतना ज्यादा पढ़ा-लिखा और तेज दिमाग था कि वो एक साइंटिस्ट बन सकता था।’

‘डॉक्टर उमर हम सब को कंट्रोल कर रखता था’

मुजम्मिल ने आगे बताया, ‘डॉक्टर उमर हमेशा दीन की बात करता था, धर्म की बातें करता था। उसके अंदर लीडरशिप का हुनर था और वह हम सब को कंट्रोल कर रखता था। उसकी बातें हम काट नहीं पाते थे, उसकी बातों में फैक्ट्स और रिसर्च होती थी। वो हमेशा खुद को EMIR कहता था और वह बहुत ज्यादा बातें नहीं करता था लेकिन हमेशा यह जरूर कहता था कि दीन का काम है। उसने मुझे, डॉक्टर अदील, डॉक्टर शाहीन और मुफ्ती इरफान को हमेशा यह कहा कि देश का माहौल खराब है, पोलोराइजेशन हो चुका है, जेनोसाइड हो सकता है, इसलिए हमें तैयार रहना चाहिए।’

SIR पर सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट सख्त: घुसपैठियों को आधार मिलने पर जताई चिंता, कहा – इससे वोटिंग अधिकार नहीं मिल जाते

‘विस्फोटक बनाने के लिए टेस्टिंग खुद करता था’

जांच से यह भी पता चला कि जुलाई 2023 की मेवात के नूंह में हुई हिंसा और मार्च 2023 के नासिर-जुनैद भिवानी हत्याकांड ने डॉक्टर उमर मोहम्मद को इस खौफनाक साजिश के लिए प्रेरित किया। मुजम्मिल ने कबूल किया, ‘जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से ही उसके दिल और दिमाग में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के लिए बहुत ज्यादा नफरत थी। फरीदाबाद में स्टोर कर रखा गया विस्फोटक लेकर हम सब को जम्मू-कश्मीर भी जाना था, उमर वहां कुछ बड़ा करने का सोच रहा था।’ मुजम्मिल ने बताया कि उमर उनके साथ नुहु मेवात से यूरिया लेकर आता था और उससे विस्फोटक बनाने के लिए टेस्टिंग खुद अल फलाह यूनिवर्सिटी के अपने कमरा नंबर 4 में करता था।

‘हम 5 लोग मिलकर एक बड़ी साजिश रच रहे थे’

उमर के एक सूटकेस में उसके ढेर सारे राज कैद थे जिसे जब सुरक्षा एजेंसियों ने खोला तो उसमें बहुत सारे सबूत बरामद हुए हैं। साजिश में शामिल लोगों में मुजम्मिल, उमर, अदील, शाहीन और मुफ्ती इरफान थे। मुजम्मिल ने कहा, ‘हम 5 लोग मिलकर एक बड़ी साजिश तैयार कर रहे थे। इस सबका हेड उमर ही था क्योंकि वो हम सब में सबसे तेज और बहुत ज्यादा एक्टिव था। हमने एक ग्रुप बनाया हुआ था जिसका एडमिन उमर था और ये ग्रुप उमर ने चाइनीज लैंग्वेज में बनाया था। उसमें सिर्फ चाइनीज लैंग्वेज में बात होती थी और ग्रुप का नाम भी चाइनीज भाषा में था। उमर ने महज 6 महीने में चीनी भाषा सीख ली थी और हम सब एक चाइनीज कोर ग्रुप में ही बात करते थे।’