Crime : प्यार नहीं तो वार..आशिक ने ही ली माशूका की जान..हत्यारे ने बताया हत्या की वज़ह…. बेवफ़ाई..कैसे हुई दोनों के बीच तीसरे की एंट्री… पढ़े पुरी ख़बर

मुंगेली _लोरमी : जिले के चिल्फी थानाक्षेत्र के गांव ईलचपुर में जघन्य हत्याकांड के आरोपी विजय भास्कर को चिल्फी पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार कर लिया, जिससे पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ है। ईलचपुर में रहने वाली लेखा टोंडे के भाई की शादी थी। पेंड्रा में लेखा शासकीय लेक्चरर थी, जिसकी हत्या उसके ही प्रेमी ने कर दी थी। सिर्फ लेखा ही नहीं उसकी 2 बहनों पर भी विजय भास्कर ने जानलेवा हमला किया था। हत्या का आरोपी विजय भास्कर रायपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर डॉक्टर की उपाधि पाने ही वाला था लेकिन अपनी माशूका की बेवफाई वह बर्दाश्त नहीं कर पाया और वह हत्या का आरोपी बन गया।

विजय भास्कर का गांव की लेखा के साथ पिछले 16-17 वर्षों से प्रेम संबंध था। इसी बीच लेखा को शासकीय व्याख्याता की नौकरी मिल गई और उसकी दोस्ती रेलवे सुरक्षा बल रायपुर में पदस्थ राजस्थान निवासी पप्पू लालमीणा के साथ हो गई। धीरे-धीरे लेखा का रुझान पप्पू लाल मीणा की ओर बढ़ने लगा और वह विजयभास्कर से दूरी बनाने लगी। अपने बचपन के प्यार को बचाने की हर संभव
कोशिश विजय भास्कर ने की लेकिन लेखा अब पप्पू लाल मीणा से प्यार करने लगी थी।इधर लेखा अपने भाई की शादी में शामिल होने गांव आयी हुई थी। उसी दौरान 8 मई को उसने अपने प्रेमीविजयभास्कर को देर रात मिलने बुलाया। घर में सामान अधिक होने के चलते लेखा पड़ोस में एक रिश्तेदार के घर अपनी बहनों के साथ सोई थी। रात करीब 3:30 बजे लेखा विजय भास्कर से मिलने पहुंची। उसके साथ उसकी दो बहने भी थी ।

यहां एक बार फिर विजय भास्कर और लेखा के बीच पप्पूलाल मीणा को लेकर विवाद होने लगा। इसी दौरान आवेश में आकर विजय भास्कर ने अपने कार में रखे चापड़ नुमा हथियार से लेखक टोंडे के गले में वार कर दिया, जिससे लेखा लहूलुहान होकर नीचे गिर पड़ी। लेखा की बहन नंदिनी और ममेरी बहन रीना ने भी बीच-बचाव का प्रयास किया तो विजय भास्कर ने दोनों पर भी ताबड़तोड़ हमला कर दिया । इसी बीच लेखा के परिजन वहां पहुंच गए तोविजय भास्कर भाग खड़ा हुआ।

घटना की जानकारी होने पर चिल्फी पुलिस आरोपी कीसरगर्मी से तलाश करने लगी। मोबाइल सर्विलांस के जरिए पता चला की विजय भास्कर किसी और प्रदेश में भागने की फिराक में है, जिसे तड़पोंगी टोल प्लाजा के पास घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। आरोपी से पूछताछ में पूरे मामले का से खुलासा हुआ।

विजय भास्कर के सामने भी सुनहरा भविष्य था। मगर
त्रिकोणीय प्रेम संघर्ष में उसने भी अपना भविष्य चौपट कर लिया। पूछताछ में पता चला कि एक समय विजय भास्करऔर लेखा एक दूसरे से शादी करना चाहते थे लेकिन दोनों के परिजन बीच में दीवार बन गए। इसी बीच साल 2018 में मृतिका लेखा टोंडे के जीवन में पप्पू लाल मीणा की एंट्री और फिर बात पूरी तरह बिगड़ गई। उस रात विजय भास्कर के सर पर खून सवार था। वो तीनों बहनों की हत्या करना चाहता था । इस हमले में बुरी तरह जख्मी नंदिनी का इलाज अस्पताल में चल रहा है वही रीनाको अधिक चोटें नहीं आई है। मीना ने किसी तरह भागकर
अपनी जान बचाई और सब को मामले की जानकारी दी।
एक बार फिर परिजनों की नासमझी के चलते कई
जिंदगियां बर्बाद हुई है। विजय भास्कर पढ़ा लिखा युवक था लेकिन परिजन उसकी और लेखा की शादी के लिए सहमत नहीं हुए और बात हत्या तक जा पहुंची। चिल्फी पुलिस जघन्य हत्याकांड में महज 16 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाब हुई है। सम्पूर्ण कार्यवाही में सायबर सेल प्रभारी सत्यम चौहान,

थाना प्रभारी चिल्फी सुशील कुमार बन्छोर, आजू राम
कुसराम, प्र० आर० केकम सिंह आहिरे, लोकेश सिंह
राजपूत, नरेश यादव, रवि जांगडे, आर० देवीचंद नवरंग, नमित सिंह ठाकुर, रामकिशोर, दिलेश्वर साहू, महिला आरक्षक संगीता बर्मन की उल्लेखनीय भूमिका रही

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