CG : मोबाइल, मछली के बाद अब रेत के लिए तस्करों ने बहा दिया लाखों लीटर पानी, एनीकट के 5 गेट खोलते तक कर्मचारियों को भनक तक नहीं लगी

राजनांदगांव : प्रदेश में लगातार पानी की बर्बादी हो रही है. कांकेर, जशपुर के बाद अब राजनांदगांव का मामला सामने आया है, जहां रेत तस्करों ने एनीकट के गेट खोलकर लाखों लीटर पानी बहा दिया. जिले में अवैध रेत तस्करों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह डैम का पानी बहाकर भी नदी से रेत तस्करी में लगे हुए हैं. विभागीय कार्रवाई के अभाव में रेत तस्कर मनमाफिक काम कर रहे हैं और लाखों लोगों की जान भी जोखिम में डाल रहे हैं.

हाल ही में अवैध रेत तस्करी करने के लिए राजनांदगांव शहर के मोहारा एनीकट के पांच गेट खोलने का मामला सामने आया है. यहां भीषण गर्मी के बीच डैम का गेट खोल कर अज्ञात तस्करों ने लाखों लीटर पानी बहा दिया है. राजनांदगांव शहर के शिवनाथ नदी पर बने मोहारा एनीकट से शहर की लाखों जनता की प्यास बुझती है. इसके लिए नगर निगम द्वारा भीषण गर्मी को देखते हुए मोगरा बैराज सहित अन्य जलाशयों से जल लेकर पेयजल की आपूर्ति की जाती है. यहां सक्रिय अवैध रेत तस्कर शिवनाथ नदी से रेत निकालने के लिए मोहारा एनीकट के 5 गेट खोल दिए, जिसकी वजह से लगभग 4 इंच पानी बह गया है. इस मामले में सिंचाई विभाग ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है.

इस मामले में महापौर हेमा देशमुख का कहना है कि अज्ञात लोगों द्वारा डैम का गेट खोला गया है. इसकी जांच के लिए राजनांदगांव कलेक्टर के माध्यम से एक जांच कमेटी बनाई जा रही है. गेट खोलने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

जानकार व्यक्ति के शामिल होने की आशंका

आपको बता दें कि मोहारा एनीकट का गेट खोलने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है. पांच गेट खोलने लगभग 1 घंटे का समय लग सकता है. अज्ञात रेत तस्करों ने इन गेट को खोलने के लिए भी पर्याप्त समय लगाया होगा. इसके बाद भी एनीकट की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को इसकी भनक नहीं लगी. वहीं इन गेट को खोलने के लिए किसी जानकार व्यक्ति के शामिल होने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.

सूचना मिलते ही नगर निगम ने बंद कराया गेट

नगर निगम द्वारा भीषण गर्मी के बीच लोगों को पेयजल पहुंचाने जद्दोजहद की जा रही है. ऐसे में रेत की अवैध तस्करी के लिए रेत के तस्कर लाखों लीटर पानी बहा रहे हैं. एनीकट का गेट खोलने की जानकारी मिलने पर नगर निगम ने त्काल कार्रवाई करते हुए गेट बंद कराया. वहीं अब इस पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच कर कार्यवाही किए जाने की बात कही जा रही है.

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले कांकेर जिले में फूड इंस्पेक्टर का मोबाइल जलाशय में गिर गया था, जिसे निकालने के लिए पंप लगाकर तीन दिनों तक डैम से लाखों लीटर पानी बहा दिया गया था. वहीं जशपुर में बदमाशों ने मछली पकडने के लिए डैम को तोडकर लाखों लीटर पानी बहा दिया था.

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