Chhattisgarh

ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल बनारी, जांजगीर में “कलाकृति” थीम पर भव्य वार्षिक समारोह 2025 का आयोजन

ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल बनारी जांजगीर द्वारा संस्था के संचालक श्री आलोक अग्रवाल, डॉ. गिरिराज गढ़ेवाल एवं प्राचार्या श्रीमती सोनाली सिंह जी के निर्देशन में दिनांक 20 दिसंबर को सत्र 2025-26 का बहुप्रतीक्षित तृतीय ’’वार्षिक समारोह’’ अत्यंत हर्षोल्लास, गरिमा और सांस्कृतिक वैभव के साथ आयोजित किया गया। इस वर्ष के वार्षिक समारोह की थीम “कलाकृति” रखी गई, जिसका उद्देश्य भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत, कला, नृत्य, संगीत, लोक परंपराओं तथा आधुनिक सृजनात्मक अभिव्यक्तियों को एक मंच पर प्रस्तुत करना था।

कार्यक्रम में जिले के अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा को और अधिक बढ़ाया। समारोह के मुख्य अतिथि श्री विजय कुमार पांडेय, (पुलिस अधीक्षक, जांजगीर-चांपा), श्री व्यास नारायण कश्यप, (विधायक, जांजगीर-चांपा), विशिष्ट अतिथि श्री गोकुल रावटे, (सी.ई.ओ. जिला पंचायत, जांजगीर), श्री ज्ञानेन्द्र सिंह ठाकुर (अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट), श्री सर्व विजय अग्रवाल (अतिरिक्त जिला न्यायाधीश), श्रीमती प्रियंका अग्रवाल (अतिरिक्त जिला न्यायाधीश), श्री भगवान दास गढ़ेवाल (पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष), श्री लोकेश राठौर (जिला पंचायत सदस्य) स्पेशल गेस्ट श्री संजय वर्मा (कॉमेडियन बॉलीवुड, मुंबई) साथ ही संस्था प्रबंधन समिति से श्रीमती पुष्पा देवी अग्रवाल (संरक्षक), श्रीमती बबीता धानुका (डायरेक्टर), श्रीमती प्रणिता अग्रवाल, श्रीमती संध्या अग्रवाल, श्रीमती नीतू अग्रवाल, श्रीमती रेणुका गढ़ेवाल, श्री अमित अग्रवाल, श्री आशीष अग्रवाल एवं डॉ. ज्ञानेश तिवारी, श्री सुमंतो बिश्वास (ज्योतिर्मय सहोदया एजुकेशन समिति जांजगीर-चाम्पा), श्री राजकिशोर देवांगन, श्री पुरूषोत्तम देवांगन (डायरेक्टर-डी.पी.एस चाम्पा), श्री रामप्रपन्ना देवांगन (चेयरमेन-लायंस पब्लिक स्कूल, चाम्पा), श्री लॉयन संतोष सोनी (प्रेसिडेंट-लायंस क्लब, चाम्पा), श्री नीरज जिंदल (प्रेसिडेंट- एशियन वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, बाराद्वार), डॉ. सचिन यादव (डायरेक्टर- प्रयास एकेडमी, बिलासपुर), श्री रामचंद्र पाण्डेय (डायरेक्टर ज्ञानभारती, जांजगीर) श्रीमती हेमा बिश्वास (वाइस प्रिंसिपल- एशियन वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, बाराद्वार), श्रीमती अजिता (प्रिंसिपल- लॉयन पब्लिक स्कूल, चाम्पा) एवं श्रीमती गुरमीत धंजल (प्राचार्य जयभारत इंग्लिश मिडियम स्कूल, जांजगीर) की गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके अतिरिक्त विद्यालय प्रबंधन, अभिभावकगण, शिक्षक-शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ ’’प्रारंभिक उद्घोषणा‘‘ के साथ हुआ, जिसमें मंच संचालकों ने सभी अतिथियों, अभिभावकों एवं दर्शकों का आत्मीय स्वागत किया। इसके पश्चात ’’गणमान्य अतिथियों का स्वागत’’ पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं शॉल के साथ किया गया।

छात्राओं द्वारा प्रस्तुत ’’स्वागत गीत’’ ने वातावरण को भक्तिमय और उल्लासपूर्ण बना दिया। मधुर स्वर और सधे हुए तालमेल ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद विद्यालय की ’’हेड गर्ल त्रिशिका बजाज एवं हेड बॉय मेहुल सिंह राठौर’’ ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। अपने आत्मविश्वासपूर्ण वक्तव्य में उन्होंने विद्यालय की उपलब्धियों, शिक्षकों के मार्गदर्शन तथा विद्यार्थियों के सतत प्रयासों का उल्लेख करते हुए अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन किया।

कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर ’’सरस्वती वंदना’’ की मधुर ध्वनि वातावरण में गूंज उठी, जिससे पूरा सभागार ज्ञान और संस्कार के प्रकाश से आलोकित हो गया। इसके पश्चात छत्तीसगढ़ की अस्मिता और गौरव का प्रतीक राज्य गीत “अरपा पैरी के धार”’’ का सामूहिक गायन किया गया, जिसे सुनकर उपस्थित जनसमूह भावविभोर हो उठा।

अतिथियों को मंचासीन कराए जाने के बाद श्री स्वरूप रंजन करना द्वारा समारोह की थीम ‘‘कलाकृति” का विस्तृत परिचय प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि यह थीम भारत की विविध कलाओं, लोक संस्कृतियों और आधुनिक रचनात्मकता का प्रतीक है, जिसे विद्यार्थियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के माध्यम से साकार किया है।

इसके पश्चात विद्यालय की ’’प्राचार्या श्रीमती सोनाली सिंह’’ ने विद्यालय का ’’वार्षिक प्रतिवेदन’’ प्रस्तुत किया। उन्होंने शैक्षणिक उपलब्धियों, सह-शैक्षणिक गतिविधियों, खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रमों तथा विद्यार्थियों की विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता का विस्तार से उल्लेख किया। इस अवसर पर ’’बोर्ड कक्षाओं के मेधावी विद्यार्थियों हेतु छात्रवृत्ति घोषणा’’ भी की गई, जिसे सुनकर अभिभावकों एवं छात्रों में हर्ष की लहर दौड़ गई। साथ ही उन्होंने कहा कि इस वर्ष संस्था के विद्यार्थियों को आई.आई.टी खड़गपुर एवं इंटरनेशनल ट्रिप ले जाने की घोषणा की गई।

विद्यालय के निदेशक डॉ. गिरिराज गढ़ेवाल ने अपने संदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नैतिक मूल्यों और अनुशासन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल का उद्देश्य केवल शैक्षणिक सफलता नहीं, बल्कि श्रेष्ठ नागरिकों का निर्माण करना है। साथ ही उन्होंने ‘‘कौन बनेगा लखपति‘‘ कार्यक्रम की घोषणा की गई। यह कार्यक्रम ब्रिलियंट प्रांगण जांजगीर में सम्पन्न कराई जायेगी। जिसमें जांजगीर जिले के विद्यालयीन विद्यार्थी सम्मिलित होंगे। इस कार्यक्रम कुल 15 प्रश्न पूछे जायेगें। पहले प्रश्न पर ₹500 एवं 15वें प्रश्न पर ₹101,000 दिया जायेगा। इस कार्यक्रम सम्मिलित होने के लिये रजिस्ट्रेशन फीस ₹500 रखी गई है।

इसके पश्चात संस्था संचालक श्री आलोक कुमार अग्रवाल ने विद्यार्थियों को निरंतर परिश्रम, नवाचार और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने स्व. श्री राममूर्ति अग्रवाल के स्मृति में प्रवीण्य सूची में स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देने की घोषणा की गई। जिसमें 100ः पाने वाले विद्यार्थियों ₹101,000 , 98ः पाने वाले विद्यार्थियों को ₹51000 , 95ः पाने वाले विद्यार्थियों को ₹31000 90ः पाने वाले विद्यार्थियों को ₹21000, 88ः पाने वाले विद्यार्थियों को ₹11000, 85ः पाने वाले विद्यार्थियों को ₹5100 को दिया जायेगा।

तत्पश्चात् मुख्य अतिथि ’’श्री विजय कुमार पांडेय (एसपी, जांजगीर-चांपा)’’ ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को अनुशासन, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा का महत्व समझाया। उन्होंने विद्यालय द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। साथ ही उन्होंने बताया की उनकी स्वय की शिक्षा बनारी गांव में हुई है जो कि उनका ननिहाल है। उन्होंने आगे कहा कि ‘‘कौन बनेगा लखपति‘‘ के तर्ज पर ‘‘कौन बनेगा ज्ञानपति‘‘ कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाना चाहिए। कलाकृति के सफल आयोजन के लिये संस्था परिवार को शुभकामनाएँ दी।

श्री व्यास नारायण कश्यप (विधायक जिला- जांजगीर-चाम्पा) द्वारा अपने भाषण में कहा कि मैं शुरूआत से ब्रिलियंट परिवार के समस्त कार्यक्रम में सम्मिलित होते आया हूँ। मैं इस संस्था के चेयरमेन का सहपाठी रहा हूँ। साथ ही कलाकृति 2025 वार्षिक उत्सव के समस्त कार्यक्रमों की सराहना की।

कार्यक्रम के दौरान ’’पुरस्कार वितरण समारोह’’ का आयोजन किया गया, जिसमें शैक्षणिक, खेल एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। जिसमें आयुषी फाउडेंशन के तहत कक्षा-8वीं से प्रियांश पाण्डेय, अर्नव गोयल, यश बैशवार, आद्या द्विवेदी, अधिष्ठ जायसवाल एवं स्वप्निल सोन शामिल थे।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत ’’कक्षा 4 द्वारा गणेश वंदना’’ से हुई। इसके पश्चात ’’ब्रिलिएंट ई-बुक वॉल्यूम-3’’ का विमोचन किया गया, जो विद्यालय की रचनात्मक उपलब्धियों का प्रतीक है। इसके बाद प्रस्तुत ’’शास्त्रीय नृत्य’’ (वृष्टि टंडन एवं ओजस्वी साहू) ने शास्त्रीय कला की गरिमा को मंच पर जीवंत कर दिया। नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत ’’बॉलीवुड डांस (नर्सरी)’’, ’’पंजाबी नृत्य (एलकेजी)’’ और ’’उत्तर भारतीय नृत्य (यूकेजी)’’ ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पश्चात क्रमशः ’’मराठी (कक्षा 1)’’, ’’संबलपुरी (कक्षा 2)’’, ’’छत्तीसगढ़ी (कक्षा 3)’’ नृत्य प्रस्तुतियों ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को सजीव रूप में प्रदर्शित किया।

संपूर्ण कार्यक्रम में विशेष आकर्षण ’’जांजगीर-चांपा दर्शन’’ पर आधारित डॉक्यूमेंट्री वीडियो रहा, जिसे संस्था के शिक्षक श्री योगेश कुमार देवांगन द्वारा तैयार किया गया। जिसे समस्त आगंतुको द्वारा सराहना की गई।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा ’’कलाकृति समूह गीत’’, ’’कक्षा 12 द्वारा कलाकृति नृत्य’’, ’’खाटू श्याम जी भक्ति नृत्य (कक्षा 6)’’, ’’इंस्ट्रुमेंटल मिक्सअप’’, ’’छत्रपति संभाजी (कक्षा 8)’’ तथा ’’मॉक पार्लियामेंट’’ जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों की भरपूर तालियां बटोरीं। इसके अतिरिक्त ’’भक्त प्रह्लाद (कक्षा 5)’’, ’’दक्षिण भारतीय नृत्य (कक्षा 7)’’, ’’रिश्ते (कक्षा 11)’’, ’’भारत उत्सव (कक्षा 10)’’ एवं ’’सेलिब्रिटी एक्ट (कक्षा 9)’’ ने सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय विषयों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम के अंत में ’’श्री योगेश कुमार देवांगन’’ द्वारा ’’धन्यवाद ज्ञापन’’ प्रस्तुत किया गया। उन्होंने सभी अतिथियों, विद्यालय प्रबंधन, शिक्षकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन का कार्य संस्था के विद्यार्थी अदिति, आहना, अग्र, काव्यंजली, शौर्या, त्रिशिका, मेहुल, अद्वैत, नित्या, रूहीना, अरमान, प्रांशी, श्रेय, अनन्या, अंश, सौम्या, मिर, रिद्धि, रिद्धिमा, श्रेयम, आव्या, अंश, यश एवं शिक्षिका श्रीमती नीलम सिंह द्वारा किया गया।

ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल, बनारी का वार्षिक समारोह 2025 न केवल एक सांस्कृतिक आयोजन था, बल्कि यह विद्यार्थियों की प्रतिभा, शिक्षकों की मेहनत और विद्यालय की दूरदर्शी सोच का सशक्त उदाहरण भी बना। ’’“कलाकृति”’’ थीम ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षा और संस्कृति का समन्वय ही सशक्त भारत की नींव है। इस वार्षिक उत्सव के सफल संचालन में संस्था के शिक्षक-शिक्षिकाओं, एडमिन स्टॉफ एवं गु्रप डी स्टॉफ का विशेष योगदान रहा।