Bilaspur Breaking : प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ रजनीश पांडेय फिर सुर्ख़ियों में मरीज को दि गाली और कहा जो करना है कर लो बिना फीस के नहीं करूँगा साइन …..देखें वीडियो
Bilaspur Breaking : प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ रजनीश पांडेय फिर सुर्ख़ियों में मरीज को दि गाली और कहा जो करना है कर लो बिना फीस के नहीं करूँगा साइन .....देखें वीडियो
Bilaspur Breaking : प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ रजनीश पांडेय फिर सुर्ख़ियों में मरीज को दि गाली और कहा जो करना है कर लो बिना फीस के नहीं करूँगा साइन …..देखें वीडियो
बिलासपुर : शहर के प्रतिष्ठित हॉस्पिटल प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ रजनीश पांडेय के ऊपर गंभीर आरोप लगते हुए नजर आ रहे है ताज़ा मामला सी इस पि डी सी एल में कार्यालय सहायक कोमल प्रसाद देवांगन जो की अपना इलाज कराने विभागीय हॉस्पिटल गए थे जाँच उपरांत उन्हें प्रथम हॉस्पिटल रेफेर कर दिया गया 6 दिसंबर 2023 से लेकर 12 दिसंबर 2023 तक प्रथम हॉस्पिटल में भर्ती रहे जिसमे हेल्थ इन्शुरन्स की सुविधा से 136000/– का भुगतान श्री देवांगन द्वारा किया गया और 5 दिन की दवा देकर उन्हें डिस्चार्ज कर दिए गए। 5 दिन बीत जाने के बाद भी तबियत में सुधार न होने के कारण दुबारा प्रथम हॉस्पिटल डॉ रजनीश पांडेय के पास इलाज के लिए गए तब डॉ रजनीश पांडेय ने जाँच की प्रक्रिया में सभी प्रकार के जाँच कराये गए जो की लगभग 4000/- के थे साथ ही ओपीडी का शुल्क भी लिया गया। इलाज से असंतुस्ट कोमल प्रसाद देवांगन ने दूसरे निजी अस्पताल का रुख किया और इलाज करवा कर स्वस्थ हो गए। चुकी दोबारा प्रथम हॉस्पिटल में हुए इलाज की राशि को हेल्थ इन्शुरन्स से अदायगी के लिए हॉस्पिटल एवं डॉक्टर द्वारा सर्टिफाइड किया जाना आव्यश्यक होता है जिसके लिए कोमल प्रसाद देवांगन द्वारा डॉ रजनीश पांडेय से संपर्क किया गया जिस पर डॉ रजनीश पांडेय द्वारा औ पि डी चार्ज देने के बाद मिलने की बात कही जिस पर आपत्ति जताते हुए श्री देवांगन द्वारा डॉक्टर से निवेदन किया गया और ऐसे किसी शुल्क के भुगतान के लिए मना किया गया जिस बात को लेकर दोनों के बीच बहस की स्थिति उत्पन्न हो गयी और डॉ रजिश पांडेय अपना आपा खोते हुए गाली गलोच में उतर आये और देख लूंगा, नहीं करूँगा, जो करना है वो कर लो, अब तो मैं नहीं करूँगा जैसे शब्दों का प्रयोग करते हुए नजर आये।
मैं इस बात को सम्बंधित विभाग और न्यायिक प्रक्रिया तक लेकर जाऊंगा : कोमल प्रसाद देवांगन
इस विषय पर हमारी बात श्री देवांगन से हुई तब उन्होंने बताया की फ़ोन की रिकॉर्डिंग उनके द्वारा ही किया गया है और डॉक्टर के व्यहार से वो आहात है और इस मामले में न्यायिक शरण लेने की बात कही उन्होंने कहा की आज तक किसी भी अस्पताल में चिकित्सा प्रतिपूर्ति प्रतिवेदन में किसी भी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लिया गया है । डॉ रजनीश पाण्डेय द्वारा गाली गलौज से बात किया गया और कहा गया कि जो करना है कर लीजिए मैं साइन नहीं करूंगा जब तक आप ओपीडी चार्ज नहीं जमा करेंगे ।
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कोई मुझे परेशान करेगा तो मैं ऐसा ही बात करूँगा मैं सरकार के नियम अनुसार काम करता हूँ : डॉ रजिश पांडेय
इस पर डॉ रजिश पांडेय से जब हमने बात की तब उन्होंने कहा की कोमल देवांगन द्वारा लगातार उन्हें फ़ोन करके परेशां किया जा रहा था और हॉस्पिटल के कर्मचारियों को भी धमकाया जा रहा है था, उन्होंने कहा की सरकार द्वारा नियम अनुसार फीस की मांग की गयी थी पर श्री देवांगन द्वारा ऐसा देने से मना किया गया और घुस के मरूंगा कहा गया जिस पर प्रतक्रिया देते हुए मैंने गाली गलोच का प्रयोग किया l
प्रथम हॉस्पिटल के संचालक डॉ रजनीश पांडेय फिर सुर्ख़ियों में मरीज को दि गाली
इस पुरे मामले में डॉ रजनीश पांडेय द्वारा उपयुक्त भाषा किसी भी मायने में एक सभ्य समाज में और प्रतिष्ठित डॉ होने के बावजूद ऐसी भाषा का प्रयोग बर्दाश्त नहीं किया जायेगा , क्या हॉस्पिटल में सिर्फ पैसे का खेल चल रहा है इलाज को प्राथमिकता देने के बजाय सिर्फ और सिर्फ पैसा ऐठना ही मकशद हो गया है।