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Tattoo के शौकीनों के लिए अलर्ट: टैटू बनवाने से हो सकते हैं ये खतरनाक इंफेक्शन, जानें बचाव के तरीके

Tattoo Ke Nuksan: आज टैटू बनवाना कोई बड़ी बात नहीं है. कई ऐसी जगहें हैं, जहां आप आसानी से टैटू बनवा सकते हैं. वहीं आज के समय में हम सुनते हैं कि टैटू बनवाने के पीछे कोई खतरा नहीं होता है, बता ऐसा नहीं है, टैटू कई स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं, जिसमें इंफेक्शन, एलर्जी और त्वचा संबंधी समस्याएं शामिल हैं. आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.

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पहले जानें- टैटू कैसे बनाए जाते हैं? | How Tattoos are Done 

टैटू, टैटू की स्याही से त्वचा पर बनाया गया एक परमानेंट निशान या डिजाइन होता है. आमतौर पर, टैटू आर्टिस्ट एक हाथ से चलने वाली मशीन का इस्तेमाल करते हैं जो सिलाई मशीन की तरह काम करती है. इस मशीन में सुइयां होती हैं जो त्वचा में कई बार छेद करती हैं.  हर छेद के साथ, सुइयां त्वचा की ऊपरी परत में स्याही की छोटी-छोटी बूंदें डालती हैं.

आपको बता दें, टैटू बनवाने से थोड़ा खून बहता है और थोड़ा दर्द होता है. टैटू बनाते समय, टैटू  आर्टिस्ट आमतौर पर दर्द कम करने के लिए एनेस्थेटिक नाम की दवा का इस्तेमाल नहीं करते हैं. ऐसे में व्यक्ति को दर्द अच्छे से महसूस होता है.

टैटू बनाने के खतरे | Know The Risks of Tattoo

टैटू बनवाने की प्रक्रिया में त्वचा को काफी नुकसान पहुंचता है. इसका मतलब है कि बाद में त्वचा में संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जो प्रकार हैं.

एलर्जी रिएक्शन :  टैटू की स्याही से त्वचा पर एलर्जी रिएक्शन हो सकतेहैं, जैसे टैटू वाली जगह पर खुजलीदार दाने हो सकते हैं.  बता दें, यह खुजलीदार दाने टैटू बनवाने के कई साल बाद भी हो सकते हैं.

त्वचा इंफेक्शन : टैटू बनवाने के बाद त्वचा  इंफेक्शन संभव है. यह  इंफेक्शन दूषित स्याही के इस्तेमाल करने से सकता है. वहीं ऐसे स्टूडियो में टैटू बनवाना जो सुरक्षा से जुड़े नियमों का पालन नहीं करते हैं उन्हें त्वचा संक्रमण हो सकता है.  इसी के साथ जिस जगह पर टैटू  बना होता है, वहां सूजन आ सकती है. इसे ग्रैनुलोमा कहते हैं.

खून के जरिए फैलने वाली बीमारी : अगर टैटू बनाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण पर संक्रमित रक्त (Infected Blood) लगा है, तो आपको रक्त के माध्यम से फैलने वाली बीमारियां हो सकती हैं.  जिसमें  ‘Methicillin-resistant Staphylococcus aureus’, ‘Hepatitis B’ और ‘Hepatitis C’ शामिल है.  ऐसे में टैटू बनवाने से पहले हेपेटाइटिस बी का टीका लगा लेन की सलाह दी जाती है.

MRI से त्वचा में रिएक्शन : मैग्नेटिक रिसोजेंस इमेजिंग (MRI) टेस्ट से टैटू वाले हिस्से में जलन हो सकती है. कभी-कभी, टैटू MRI इमेज की गुणवत्ता को कम कर सकते हैं. वहीं, अगर आपको टैटू के कारण एलर्जी, इंफेक्शन या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी जाती है.

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टैटू बनाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान | Keep These Things in Mind Before Making a Tattoo

टैटू कौन बनाता है? किसी ऐसे टैटू स्टूडियो में जाएँ जहाँ अच्छी तरह प्रशिक्षित कर्मचारी हों- 

  • टैटू बनाने के नियम और लाइसेंसिंग हर राज्य में अलग-अलग होते हैं. ऐसे में स्थानीय लाइसेंसिंग और नियमों के बारे में जानकारी के लिए अपने शहर, काउंटी या राज्य के स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें. किसी ऐसे व्यक्ति को अपनी त्वचा पर टैटू न बनाने दें जिसने टैटू बनाने की ट्रेनिंग न ली हो. इसी के साथ खुद से टैटू बनाने वाली किट का इस्तेमाल न करें.
  • टैटू आर्टिस्ट को हर बार टैटू बनाते समय अपने हाथ धोने चाहिए और नए डिस्पोजेबल दस्ताने पहनने चाहिए. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें इस फॉलो को करने के लिए कहें.
  • सुनिश्चित करें कि टैटू आर्टिस्ट ने टैटू बनाने से पहले सील बंद पैकेजों से सुई और ट्यूब निकाल लिया हो. सभी स्याही को नए डिस्पोजेबल सिंगल-यूज कप में भी रखा जाना चाहिए. ट्रे, कंटेनर और अन्य उपकरण नए या पूरी तरह से स्टरलाइज या कीटाणुरहित (Disinfected) होने चाहिए.
  • टैटू वाली जगह को दिन में दो बार साबुन और पानी से हल्के हाथों से धोने की सलाह दी जाती है. नहाते समय, नए टैटू वाली त्वचा पर सीधे पानी की धार लगाने से बचें. टैटू वाली जगह को थपथपाकर सुखाएं और रगड़ना बिल्कुल भी नहीं है.
  • जब आप टैटू बनाएं, तो ठीक होने तक पूल, हॉट टब, नदी, झील और अन्य जल स्रोतों से दूर रहें. इनमें जाने से इंफेक्शन का संभावना अधिक होती है.