
आसमान से बरसेगी मौत? धरती के करीब आ रहा कुतुबमीनार जितना बड़ा एस्टेरॉयड
अंतरिक्ष से धरती पर क्षुद्रग्रह गिरने का डर अक्सर वैज्ञानिकों की नींद उड़ा देता है. अंतरिक्ष की ओर नजरें जमाए रखने वाले खगोल-वैज्ञानिकों ने अब कहा है कि एक बहुत बड़ा क्षुद्रग्रह धरती के करीब आ रहा है, जो कि इस सप्ताह के अंत में ही पृथ्वी और चंद्रमा की कक्षा के बीच से गुजरेगा. अगर यह पृथ्वी की कक्षा में घुसकर धरती पर आ गिरा तो एक पूरे शहर को तबाह कर सकता है.
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की ओर से बताया गया कि जो क्षुद्रग्रह इस सप्ताह के अंत में पृथ्वी और चंद्रमा की कक्षा के बीच से गुजरेगा, वो अपने सामने पड़ने वाले खगोलीय पिंडों को नष्ट कर देगा. खगोलविदों ने कहा है कि वे 100,000 मील (168,000 किलोमीटर) दूर से अंतरिक्ष में घूम रही विशाल चट्टान का अध्ययन करने वाले हैं. यह दूरी यहां से चाँद तक की आधी से भी कम है, इसलिए यह बीनोकुलेरस (एक तरह की दूरबीन) और छोटी दूरबीनों के माध्यम से भी दिखाई दे जाएगा.
खगोल-वैज्ञानिकों के मुताबिक, एक महीने पहले खोजा गया क्षुद्रग्रह, 2023 DZ2 के रूप में पहचाना जाएगा, यह शनिवार को चंद्रमा की कक्षा के 320,000 मील (515,000 किलोमीटर) भीतर से गुजरेगा और कई घंटे बाद हिंद महासागर के पास से लगभग 17,500 मील प्रति घंटे (28,000 किलोमीटर प्रति घंटे) की गति से जाएगा. वैज्ञानिकों के अनुसार, क्षुद्रग्रह का गुजरना वैसे तो सामान्य घटना है, क्योंकि यह एक दशक में लगभग एक बार ही इतने करीब आते हैं. इनका आकार 130 फीट और 300 फीट तक या इससे भी अधिक हो सकता है. यानी ये कुतुबमीनार जितना बड़ा हो सकता है जिसकी ऊंचाई 73 मीटर (239.5 फीट) है.
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के ग्रहीय रक्षा प्रमुख रिचर्ड मोइसल ने एक बयान में कहा, “धरती के करीब आ रहा क्षुद्रग्रह यदि गिरा तो एक शहर को तबाह कर सकता है, लेकिन फिलहाल इसके पृथ्वी से टकराने की कोई संभावना नहीं है, हालांकि इसका इतना करीब से गुजरना भी हमारे अवलोकन के लिए एक बड़ा मौका होगा.” वर्चुअल टेलीस्कोप प्रोजेक्ट इसका लाइव वेबकास्ट कराएगा.