
कोरबा जिले के बाकी मोगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत में इन दीनों कबाड़ चोरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं की लगता है जैसे कबाड़ की चोरी नहीं बल्कि डकैती की जा रही है ताजा मामला बाकी मोगरा क्षेत्र के (9/10) के बंद पड़े खदान का है जहां चोरों ने बड़े पैमाने पर कोयला गिरने वाले बंकर को ही काट कर ध्वस्त कर दिया और उसे चोरी करने के इरादे से बाहर निकालने की तैयारी कर रहे थे पिछले रात्रि करीब 80 से 100 लोग ट्रैक्टर व 2 पिकअप में चोर आए थे और इस बंकर को काट कर ले जाने की पूरी तैयारी कर चुके थे कहीं ना कहीं इन कबाड़ चोरों का संबंध आसपास क्षेत्रों से ही जुड़ा हुआ है तभी तो इतने बड़े पैमाने पर कबाड़ चोरी का इरादा बना लेते हैं.
इन दिनों बाकी मोगरा क्षेत्र में कबाड़ चोर इतने सक्रिय हो गए हैं कि आप अपने घर के बाहर एक कील भी नहीं रख सकते ऐसा ही स्थिति बाकी मोगरा क्षेत्र की बनी हुई है आज की स्थिति इतनी दयनीय होते जा रही है लगता है जैसे बाकी मोगरा क्षेत्र में इन चोरों का पुलिस प्रशासन से एवं एसईसीएल प्रबंधन द्वारा त्रिपुरा बटालियन एवं सीआईएसएफ का किसी भी प्रकार से कोई खौफ नहीं रह गया है तभी तो इतने बड़े पैमाने पर कबाड़ की चोरी लगातार क्षेत्र में जारी है लगता है जैसे सारे पुलिस प्रशासन एवं एसईसीएल प्रबंधन की इतनी जबरदस्त सेटिंग हो गई है कबाड़ीयों के साथ कि पूरा का पूरा बंकर ही काट कर ले जाने में इन्हें जरा सा भी डर भय नहीं है।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों इसी प्रकार के कबाड़ चोरियों पर पुलिस प्रशासन छोटे-मोटे तरह की कार्यवाही कर संज्ञान में लेते रहती है लेकिन इस तरह के बड़े-बड़े कबाड़ डकैतों पर पुलिस का शिकंजा नहीं रहता जिस तरह खुलेआम यह लोग बंद पड़े खदानों में इस तरह की चोरियां करते हैं कहीं ना कहीं पुलिसिया कार्यवाही पर संकेत खड़े करते हैं।
बाकी मोगरा क्षेत्र में ऐसा लगता है की इन दोनों पुलिस पेट्रोलियम एवं रात्रि गश्त पर पुलिस प्रशासन का एक भी ध्यान नहीं है इसमें सीधा-सीधा यह प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं इन चोरों के साथ इतना जबरदस्त सेटिंग हो रखा है की कार्यवाही के नाम पर कुछ ना हो और पूरा का पूरा कबाड़ डकैत अपने मनसूबे पर कामयाब होते रहे अब यहां देखने वाली बात यह रह गई है की पुलिस प्रशासन एवं एसईसीएल प्रबंधन इस पर क्या कार्यवाही करती है या फिर यह भी अन्य चोरियों की तरह बंद पड़े फाइलों पर आंख मूंद लेगी।