ATM के साथ बैंक के change हो गए नियम, सैलरी पर्सन को भारी पड़ेंगे ये बदलाव

अगस्त का महीना में बैंकिंग नियमों में कई बदलाव लेकर आया है, जिसका असर अकाउंट होल्डर्स के रोजमर्रा के कामकाज पर पड़ेगा. जबकि समान मासिक किस्तों (EMI) का पेमेंट करने वाले और वेतन पाने वालों को लाभ होगा, इन बदलावों से उन अकाउंट होल्डर्स को परेशानी हो सकती है जो अक्सर एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं.

NACH हर समय उपलब्ध होगा

नेशनल ऑटोमेटेड क्लियरिंग हाउस (NACH) एक बल्क पेमेंट सिस्टम है जिसका इस्तेमाल बैंकों द्वारा सैलरी और पेंशन, डिविडेंड और ब्याज आदि को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है. यह बिजली, गैस, टेलीफोन, पानी आदि के बिल और लोन, म्यूचुअल फंड में निवेश और बीमा प्रीमियम की किस्तों के पेमेंट करने में इस्तेमाल किया जाता है. NACH को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने विकसित किया है और यह केवल बैंक कार्य दिवसों में उपलब्ध था. जून में, RBI ने घोषणा की कि बल्क पेमेंट सिस्टम 1 अगस्त से सभी दिनों में उपलब्ध होगी. यह, RBI गवर्नर शक्तिकांत दास, रीयल टाइम ग्रॉस सेटिलमेंट (RTGS) की 24×7 उपलब्धता का लाभ उठाने के लिए किया जा रहा है. NACH का इस्तेमाल बड़ी संख्या में लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के एक माध्यम के रूप में भी किया जाता है.

इंटरचेंज फीस बढ़ाई जाएगी

आरबीआई ने जून में फिर इसकी घोषणा की थी. बढ़ोतरी का मतलब यह है कि ऑटोमेटेड टेलर मशीन (ATM) पर फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन करना महंगा हो जाएगा. आरबीआई ने बैंकों को इंटरचेंज फीस 15 से बढ़ाकर 17 रुपये करने की अनुमति दे दी है. नॉम-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए यह फीस 5 से बढ़ाकर 6 रुपये कर दिया जाएगा. एटीएम इंटरचेंज उस बैंक द्वारा पेमेंट किया जाने वाला फीस है जो उस बैंक को कार्ड जारी करता है जहां इसका इस्तेमाल नकदी निकालने के लिए किया जाता है. आरबीआई ने कहा कि एटीएम लगाने की बढ़ती लागत और बैंकों द्वारा एटीएम मेंटीनेंस पर होने वाले खर्च को देखते हुए नौ साल बाद फीस में बढ़ोतरी की गई है. इसमें कहा गया है कि एटीएम ट्रांजैक्शन के लिए इंटरचेंज फीस स्ट्रक्चर में आखिरी बदलाव अगस्त 2012 में किया गया था, जबकि कस्टमरों द्वारा देय फीस को आखिरी बार अगस्त 2014 में संशोधित किया गया था.

इंडिया पोस्ट की रिवाइज्ड फीस लागू होगी

जिन लोगों का इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) में अकाउंट है, उन्हें डोरस्टेप सेवाओं का इस्तेमाल करने के लिए अधिक पेमेंट करना होगा. बैंक फिलहाल इन सेवाओं के लिए कोई फीस नहीं वसूलता है, लेकिन 1 अगस्त से वह ऐसे प्रत्येक अनुरोध के लिए 20 रुपये (प्लस जीएसटी) चार्ज करना शुरू कर देगा. हालांकि, इंडिया पोस्ट के अनुसार, जब कोई आईपीपीबी कर्मी डोरस्टेप सेवा के लिए कस्टमर के घर जाता है, तो ट्रांजैक्शन की संख्या पर कोई सीमा नहीं होगी. लेकिन, यह स्पष्ट किया गया है कि ‘कोई फीस नहीं’ सेक्शन केवल एक ही कस्टमर के एकाधिक अनुरोधों को पूरा करने पर लागू होगा. यदि अधिक लोग आईपीपीबी की डोरस्टेप सेवा का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इसे अलग डीएसबी डिलीवरी माना जाएगा और फीस वसूल की जाएगी.

ICICI बैंक फीस में करेगा संशोधन

भारत के लीडिंग प्राइवेट बैंक ICICI ने कहा है कि वह अपने घरेलू बचत अकाउंट होल्डर्स के लिए नकद ट्रांजैक्शन, एटीएम इंटरचेंज और चेक बुक फीस की सीमा को संशोधित करेगा. ICICI बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ये बदलाव 1 अगस्त से प्रभावी होंगे. फीस में संशोधन सभी नकद ट्रांजैक्शन – जमा के साथ-साथ निकासी पर भी लागू होगा. बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, जिन कस्टमर्स का बैंक में नियमित बचत अकाउंट है, उन्हें चार मुफ्त ट्रांजैक्शन की अनुमति है. ICICI के अनुसार, मुफ्त सीमा से ऊपर वालों पर प्रति ट्रांजैक्शन 150 रुपये फीस के तौर पर देना होगा

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