
जगदलपुर inn24- बस्तर में लगातार मिशनरियों से जनजाति समाज का मोह भंग हो रहा है बड़ी संख्या में ग्रामीण जनजाति अपने मूल संस्कृति में वापस लौट रहे है शनिवार को लोहंडीगुड़ा विकासखण्ड के पारापुर व कुथर में सामाजिक बैठक आयोजित कर कुछ वर्ष पूर्व मतांतरित हुए जनजाति परिवार के 28 सदस्यों ने अपने समाज के प्रमुखों के समक्ष पुनः मूल संस्कृति समाज मे वापसी करने का फैसला लिया।
ग्रामीणों ने अपने ग्राम देवी के समक्ष विधि विधान से अनुष्ठान करके शुद्धिकरण करवाकर घरवापसी करवाया गया।
समाज प्रमुखों के समक्ष यह संकल्प लिया कि अब वह अपनी ग्राम देवी देवताओं मां दंतेश्वरी को मानेंगे मिश्निरियो ने उन्हें छलपूर्वक मतांतरित किया था उन्होंने आगे यह कहा कि जो लोग समाज से भटककर मिशनिरिओं के जाल में फंसे हैं उन्हें पुनः वापस लाने हेतु पहल करेंगे।
इस दौरान सन्तु राम कश्यप,आदेश यादव,फूलचंद मोर्य,बदरु,रेनू मोर्य,मोसूराम,पीलूराम, चोहानलाल,सुमित कशयप,रतु मुचाकी,श्यामलाल, समलू, सुकलो पोयाम,बुधराम,जगा मंडावी, सोनारू,श्रीराम,सुकालू मोर्य,ताती राम पोयाम,गोंचु कशयप,आधुराम,जयमन मुचाकी,मोटूराम ,सुनील,सुकालूपोयाम उपस्थित रहे।