शहर से लगे घाटपदमूर भाटागुड़ा में अव्यवस्थाओं का आलम, मूलभूत सुविधाओं से वंचित है रहवासी..

जगदलपुर inn24..बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत घाटपदमूर में अव्यवस्थाओं का आलम पसरा हुआ है, इस गांव के निवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।जगदलपुर शहर से लगे ग्राम घाटपदमूर जगदलपुर नगर निगम से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस गांव में रहने वाले ग्रामीण बिजली, पानी, सफाई एवं सड़क की समस्या को लेकर परेशान हैं,गांव में निवासरत ग्राम वासियों के लिए घर से निकली हुई कचरे को फेंकने का किसी भी प्रकार का व्यवस्था पंचायत के द्वारा नहीं किया गया है ,पूरे गांव वासी घर का कचरा रोड के किनारे में डालते हैं गांव और मोहल्ले की नालियां हमेशा भरी रहती है सफाई के जिम्मेदार सफाई की ओर कभी झांककर नहीं देखते, सालों से नाली की सफाई नहीं हुई है ,
उसी प्रकार मोहल्ले और गांव के साथ जो सड़कें हैं वह पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है रोड के खराब हो जाने के कारण हमेशा दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है और सड़क के किनारे खंभों पर लगी हुई लाइट कई सालों से बंद पड़ी हुई है ,जिसके वजह से भी रात में खासकर महिलाओं का घर से निकलना दूभर हो गया है, हल्की से भी बारिश होती है तो ! रोड में जाम हो जाता है इसकी शिकायत ग्राम सरपंच एव जनप्रतिनिधियों से किया गया , लेकिन उनके द्वारा डामर रोड पर मिट्टी और गिट्टी से समतलीकरण करके अपने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं, हल्की से भी बारिश होती है तो रोड में लगा हुआ मिट्टी और गिट्टी का फीलिंग बाहर आ जाता है जिससे समस्या जस की तस बनी रह जाती है।
मीडिया ने ग्राम के सरपंच से जब इस बारे में जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा समय-समय पर नाली रोड और लाइट की सुधार कार्य किया जाता है,किंतु हमारे गांव से होते हुए जगदलपुर शहर से बस्तर की ओर जाने वाली भारी वाहन इस गांव की सड़क पर से गुजरती है जिसके वजह से सड़क की हालत खस्ता हो चुकी है, हमारे द्वारा कई बार अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी गई फिर भी कोई कार्यवाही नहीं होती ,
वही सरपंच ने कहा कि हमारे गांव से होते हुए सभी भारी वाहन डायरेक्ट बस्तर ग्राम को पहुंचती है जो समय और पैसे की बचत करते हैं
उनके द्वारा यह भी बताया गया कि परचनपाल के पास जो टोल प्लाजा लगा हुआ है जगदलपुर रायपुर रोड के उस टोल प्लाजा से बच कर अपने वाहन को चोरी छुपे बस्तर तक पहुंचाते हैं इस वजह से सड़कों की ऐसी दुर्दशा हो गई है, वही ग्राम वासियों का कहना है जनप्रतिनिधि गण चुनाव के समय आते हैं और ग्राम विकास की बड़े-बड़े वादे करते हैं परंतु चुनाव जीत जाने के बाद सभी वादे भूल जाते हैं और गांव का विकास धरा का धरा रह जाता हैं।