JLNDC ने संविधान मनाया…प्राचार्य शालू पाहवा ने दिलाया संविधान पालन की शपथ…
मूल कर्तव्य ही विकसित भारत की आधार शिला... अधिवक्ता चितरंजय पटेल मुख्य वक्ता

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर
संविधान में निहित मौलिक कर्तव्य विकसित भारत की आधार शिला है, यह बात कहते हुए *अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद शक्ति जिला अध्यक्ष एवं उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल* ने कहा कि इंसान का इंसान के प्रति आदर का भाव ही इंसानियत है और यही संविधान में निहित हमारा मूल कर्तव्य है जो हमें दूसरे व्यक्ति के मूल अधिकार के प्रति हमारे दायित्वों का बोध कराता है। यही दायित्व बोध विकसित भारत के प्रगति पथ का मूलमंत्र है इसलिए हम कहते हैं कि fundamental duties are foundation of developed India अर्थात मौलिक कर्तव्य ही विकसित भारत की आधार शिला है। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि भारतीय संस्कृति एवं परंपरा में निहित वसुधैव कुटुंबकम् का भाव अर्थात परस्पर सम्मान और सहमति से भारत शांति और समृद्धि के साथ विकास की मंजिल तय कर रहा है तथा देश का नेतृत्व सामाजिक समरसता, सबका साथ_सबका विकास के भाव से एक दूसरे के लिए सम्मान बात करते हुए विकसित एवं विश्व गुरु भारत की प्रतिष्ठा हासिल करने प्राण_प्रण से जुटा हुआ है तो यह संविधान निहित मूल अधिकारों के आत्मसात का ही मार्ग है, क्योंकि इस देश की धरती का दर्शन ही है कि यहां जीव_जंतु, पेड़_पौधे, जल_थल_ नभ सबकी पूजा की जाती है, इसी प्रकार मानवता के साथ जीव_निर्जीव सबके प्रति सम्मान का भाव ही हमारा मौलिक कर्तव्य है ।
आज *जवाहर लाल नेहरु उपाधि महाविद्यालय शक्ति* के राष्ट्रीय सेवा योजना और अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के सायुज्य में आयोजित राष्ट्रीय संविधान दिवस का शुभारंभ में महाविद्यालय के *प्राचार्य डॉ शालू पाहवा* ने महाविद्यालय परिवार के प्राध्यापकों, विद्यार्थियों को संविधान के प्रस्तावना वाचन के साथ ही उसके प्रावधानों के पालन की शपथ दिलाने के साथ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संविधान न सिर्फ देश की एकता और अखंडता का आधार है बल्कि हर भारतीय नागरिक को उसके अधिकार और कर्तव्यों का बोध कराता है। कार्यक्रम के *विशिष्ट अतिथि एवं अधिवक्ता संघ के सचिव सुरीत चंद्रा* ने कहा कि संविधान हर भारतीय के मूल अधिकारों का संरक्षक है तो वहीं हर व्यक्ति को राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों के पालन के लिए आगाह करता है ताकि राष्ट्र में सुख शांति एवं समृद्धि का वातावरण बना रहे। प्राध्यापक अजीत जॉन ने संविधान प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि नागरिकों के जीवन यापन हर पहलुओं पर भली_भांति मार्गदर्शन के साथ व्यवस्था है तो वहीं *राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक भूपेंद्र यादव* ने कहा कि जब तक हम भारतीय संविधान के मूल अधिकार उपयोग करते समय मौलिक कर्तव्य के प्रति सचेत रहें तो राष्ट्र सशक्त होगा। *राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी प्रो० मेघनाथ जायसवाल* ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया।
इस आयोजन को सफल बनाने में महाविद्यालय परिवार के साथ, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राजनीति विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों की महती भूमिका रही।





