15 वर्ष पूर्व अधिग्रहित किसानों की कृषि भूमि वापस दिलाने भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी ने किया धरना-प्रदर्शन
जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर

सक्ती : भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी की सक्ती जिला ईकाई ने किसानों की 15 वर्ष पहले अधिग्रहित कृषि भूमि वापस दिलाने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया। भाकपा नेताओं ने कामरेड अनिल शर्मा के नेतृत्व में इस आशय का ज्ञापन भी सौंपा। भाकपा नेताओं द्वारा प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख कर बताया गया है कि वर्तमान सक्ती जिले (अविभाजित जांजगीर-चाम्पा जिले) के मुक्ता, सरहर, रिस्दा, नवागांव, भागोडीह और दर्री सहित कुल 6 गांवों के किसानों के सिंचित तथा असिंचित दोनों ही किस्म की कृषि भूमि को भूमि अधिग्रहण कानून के तहत 2009-2010 में उस समय की प्रदेश सरकार ने श्याम एमको पॉवर प्लांट और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कंपनी के पेट्रोलियम पदार्थों के संग्रहण के लिए टैंक बनाने हेतु सैकड़ों किसानों से उनकी कृषि भूमि अधिग्रहित किया गया था परन्तु आज दिनांक तक न ही संदर्भित पॉवर प्लांट और न ही पेट्रोलियम टेंक लगाया गया है। इसी अधिग्रहित कृषि भूमि को किसानों को वापस किए जाने की मांग संबंधित विभागों के अधिकारियों से किसान लगातार करते आ रहे है, जिसे वापस नहीं किया जा रहा है। जबकि भूमि अधिग्रहण कानून में यह स्पष्ट प्रावधान है कि जिस उद्देश्य मकसद से किसानों की कृषि भूमि का अधिग्रहण किया जाता है वह यदि 5 वर्षों में नहीं पूरा हुआ (नहीं बना) तो वह भूमि उसी किसान को पुनः वापस किया जाना चाहिये।
इसके विपरीत उपरोक्त 6 ग्रामों की अधिग्रहित समस्त कृषि भूमि अब राजस्व रिकार्ड में महाप्रबंधक उद्योग व्यापार केन्द्र के नाम से दर्ज कर दी गई है इसी को सुधार कर कषि भूमि को किसानों के नाम पर पुनः दर्ज करने की मांग की जा रही है। इस संबंध में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी सक्ती जिला ईकाई के कामरेड अनिल शर्मा ने बताया कि भूमि अधिग्रहण कानून में यह प्रावधान है कि जिस उद्देश्य से जमीन नियमत: अधिग्रहण किया जाता है यदि वह 5 वर्षों में पूरा नहीं हुआ तो अधिगग्रहित भूमि पुन: किसानों को वापस किया जाना चाहिए। परंतु आज तक किसी भी सरकार ने किसानों को वापस नहीं किया है जो किसानों के साथ अन्याय है। इस धरना प्रदर्शन में कॉमरेड अनिल शर्मा, मोहन बरेठ, पीतांबर सूर्यवंशी, मनहरण साहू, शिवकुमार सूर्यवंशी चैतराम वारे, ननकी दाऊ चंद्रा, हरीश चंद्रा, संजय कुमार, नरोत्तम सूर्यवंशी, तिहारू महंत, रधुनंदन साहू, पूर्णिमा बरेठ आदि उपस्थित रहे।





