Chhattisgarhछत्तीसगढ

सेवा सहकारी कर्मचारी एवं कम्प्यूटर आपरेटरों के परिजनों ने ज्ञापन सौंपकर मांगें पूरी करने प्रशासन से लगाई गुहार

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर

सक्ती : बीते 15 नवंबर‌ से छत्तीसगढ़ द्वारा तय तिथि के मुताबिक समर्थन मूल्य पर शासन द्वारा धान खरीदी की शुरुआत आधिकारिक तौर पर हो चुकी है। हालांकि जिले में धान कटाई व मिजाई में देरी की वजह से धान खरीदी केन्द्रों में फिलहाल सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं दूसरी ओर सेवा सहकारी समिति के कर्मचारी व कम्प्यूटर आपरेटर अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर हैं। ऐसे में धान खरीदी कार्य को लेकर प्रशासन वैकल्पिक व्यवस्था कर धान खरीदी सुचारू रूप से शुरू होने की बात कह रही है। वहीं दूसरी तरफ अपनी मांगों को पूरी किए जाने को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये सेवा सहकारी समिति के कर्मचारी व कम्प्यूटर आपरेटरो ने भी अब अपनी आवाज प्रभावी तरीके से बुलंद करनी शुरू कर दी है। इसी क्रम में सोमवार,17 नवंबर को सक्ती जिले के कर्मचारियों के पत्नियों सहित परिजनों ने भी मोर्चा सम्हालते हुए मांगे पूरी किए जाने की गुहार प्रशासन से ‌लगाई है। 17 नवंबर को सहकारी समितियों के कर्मचारियों की पत्नियां बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचीं और लंबी खींच रही हड़ताल और उसके चलते चरमराती अपनी परिवारिक हालातों की जानकारी ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को दिया है तथा सभी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उसे पूरा करने निवेदन भी किया है। वहीं इन महिलाओं ने आगे सरकार को इस बात के लिए चेताया भी है कि सरकार आगामी 25 नवंबर तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तब फिर वो भी अपने परिवार के सभी छोटे बड़े सदस्यों के साथ अपने मुखिया के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होंगी और धरने पर बैठने पर मजबूर होंगी। विदित हो कि सेवा सहकारी समिति कर्मचारी व कम्प्यूटर आपरेटर अपनी चार सूत्रीय मांगें धान खरीदी में सूखत का भुगतान शासन करे, सेवा सहकारी नियम-2008में संशोधन, कम्प्यूटर आपरेटरों को 6 महीने के बजाय 12 महीने भुगतान तथा आऊटसोर्सिंग पर रोक लगाने संबंधी मांगें शामिल हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि सरकार इस संबंध में क्या कदम उठाती है?