छत्तीसगढ

मिरौनी बैराज की लापरवाही से किसान महानदी में बहा, NDRF कर रही सर्च ऑपरेशन*

सक्ती जिले के मरघट्टी गांव में दर्दनाक हादसा — रिपेयरिंग कार्य के दौरान एक साथ छह गेट खोलने से बढ़ा पानी का बहाव, 60 वर्षीय रेशम सिदार बह गए नदी में*

जिला ब्यूरो सक्ती- महेन्द्र कर्ष

सक्ती : जिले के ग्राम पंचायत मरघट्टी से गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव के 60 वर्षीय किसान रेशम सिदार की महानदी में डूबने से मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब मिरौनी बैराज के कर्मचारियों ने रिपेयरिंग कार्य के दौरान एक साथ छह गेट खोल दिए, जिससे नदी में अचानक तेज बहाव आ गया और नदी पार कर रहे रेशम सिदार बह गए।

सूत्रों के अनुसार, रेशम सिदार रोज की तरह महानदी के बीच स्थित टापू पर सब्जियों की खेती करने गए थे। दोपहर में वे भोजन के लिए घर लौट रहे थे, तभी तेज पानी के प्रवाह में फंसकर नदी में समा गए।

घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने हसौद थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल NDRF की टीम को बुलाकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। टीम द्वारा महानदी में लगातार तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन खबर लिखे जाने तक शव का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

ग्रामीणों का कहना है कि मिरौनी बैराज में पिछले कुछ दिनों से गेट रिपेयरिंग का काम चल रहा था। उनका आरोप है कि कर्मचारियों की लापरवाही से एक साथ छह गेट खोल दिए गए, जबकि नियम के अनुसार गेटों को एक-एक कर खोलना चाहिए ताकि पानी का प्रवाह नियंत्रित रहे।

स्थानीय लोगों ने इस घटना को प्रशासनिक लापरवाही बताया है और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, हसौद थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

*स्थानीय निवासी का बयान:*
अगर बैराज के गेट धीरे-धीरे खोले जाते, तो इतनी बड़ी दुर्घटना नहीं होती। यह साफ तौर पर लापरवाही का मामला है।