
शिशु मंदिर कुसमुंडा में भोजली पर्व मनाया गया
सरस्वती शिशु मंदिर कुसमुंडा गेवरा बस्ती में आज छत्तीसगढ़ के आंचलिक पर्व भोजली का विसर्जन किया गया।छात्र पहले ही छोटे पात्रों ने गेहूं के बीज का रोपण किए थे जो कुछ दिनों पश्चात अंकुरित हो भोजली का रूप लेता है।
छत्तीसगढ़ में इसे प्रेम और अटूट मित्रता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। शिशु मंदिर संस्कार और संस्कृति के संरक्षण और विकास की दिशा में सभी पर्वों को विद्यालय में हर्षोल्लास के साथ मनाता है ।छात्र अपनी संस्कृति और विरासत के बारे में जानकारी प्राप्त कर उसके संवर्धन का संकल्प लेते है।
आयोजन प्रमुख बसंत यादवऔर हेमेंद्र साहू के मार्ग दर्शन में कार्यकम सफल रहा। विद्यालय के प्राचार्य श्री चिंतामणि कौशिक ने आगामी कार्यक्रमों बुहुलाचौथ,खमरछठ 15अगस्त,जन्माष्टमी के आयोजन की रूपरेखा बनाने और अध्ययन अध्यापन भी बाधित ना हो विद्यालय सुचारू रूप से चले इसकी योजना बताई।छात्रों और सभी आचार्यों ने सहभागिता और सहयोग का आश्वाशन दिया।