

एक एक बूंद पानी के लिए तरसेगा अब पाकिस्तान,हो रही है तैयारी…
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि पाकिस्तान में सिंधु नदी का एक बूंद पानी भी पाकिस्तान नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मोदी सरकार द्वारा सिंधु जल संधि पर लिया गया ऐतिहासिक निर्णय पूर्णतः न्यायसंगत और राष्ट्रहित में है। हम ख्याल रखेंगे की पाकिस्तान में सिंधु नदी का एक बूंद पानी भी नहीं जाए।
नई दिल्ली – सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद भारत ने पाकिस्तान को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाने की व्यापक रणनीति तैयार की है। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में सिंधु नदी के पानी के प्रबंधन और उपयोग पर त्रिस्तरीय रणनीति तैयार की गई। भारत की पहली कोशिश संधि के निलंबन का पाकिस्तान को तत्काल असर दिखाने का है।बैठक के बाद जल संसाधन मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि संधि पर निर्णय को तुरंत अमल में लाया जाएगा। एक बूंद भी पानी पाकिस्तान न जाए, इसके लिए तीन चरणों में निर्णय लागू किया जाएगा। पहले चरण में तत्काल कुछ निर्णय किए हैं। इसके बाद मध्यावधि और दीर्घ अवधि रणनीति लागू की जाएगी। उन्होंने कहा, संधि के निलंबन का पाकिस्तान पर तत्काल असर हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा।
ये है योजना: संधि के निलंबन का तत्काल असर हो,इसके लिए पहले से निर्मित डैम में पानी एकत्र किया जाएगा। अधिकाधिक जल संग्रहण के लिए बांधों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। पहले चरण में बांधों की गाद हटाई जाएगी और बांधों से फ्लशिंग भी की जाएगी। लद्दाख में बांध निर्माण में आधुनिक तकनीक की मदद से तेजी लाने की भी रूपरेखा तैयार की गई।