Chhattisgarhछत्तीसगढ

करिगांव के 90 किसानों को एक बार भी नहीं मिला खाद, तत्काल भंडारण की मांग …

जिला रिपोटर शक्ति उदय मधुकर

सक्ती खेती किसानी में खरीफ फसल धान की खेती का समय है किसान भाई निंदाई-कुड़ाई के कार्यों में लगे हुए हैं। इस बीच सोसाइटियों में खाद की कमी की खबरें कई जगहों से आ रही हैं। इसी क्रम में मालखरौदा विकासखंड अंतर्गत आने वाले पोता सोसाइटी में भी खाद की भारी कमी की बात सामने आई है। इस मामले में भारतीय किसान संघ छत्तीसगढ़ प्रदेश पदाधिकारी सहित क्षेत्रीय किसानों ने खाद की तत्काल भंडारण किए जाने को लेकर कलेक्टर के नाम प्रशासन को पत्र लिखा है।

पत्र में उल्लेख कर बताया गया है कि मालखरौदा ब्लॉक अंतर्गत पोता सोसाइटी के अधीनस्थ ग्राम पंचायत करिगांव के लगभग 90 किसानों को अभी तक एक बार भी यूरिया नहीं मिल पाया है। इसे लेकर किसानों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। कारिगांव के किसानों द्वारा इस संबंध में समिति प्रबंधक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया की 500 बोरी का आर ओ डी डी जिला विपणन अधिकारी को 28 जुलाई 2025 को भेजा जा चुका है लेकिन हमारे पास अभी तक नहीं आया है तो हम कहां से दें। इन हालातो में जहां पर सोसाइटियों में खाद ही नहीं पहुंचने से किसान एक बार भी अपने खेतों में खाद का छिड़काव नहीं कर पाए हैं। ऐसे में इन किसानों को अब अपनी फसल की चिंता सताने लगी है। क्योंकि बिना खाद छिड़काव के अच्छी फसल व उत्पादन की कल्पना भी बेमानी है। इधर करिगांव के किसानों की माने तो निजी दुकानों में यूरिया प्रतिबोरी ₹1100 में बेची जा रही है जो कि यूरिया की मूल कीमत 266.50 रू प्रति बोरा से चार गुना से भी ज्यादा है।

ऐसे में खाद नहीं मिलने से हलकान परेशान किसान खाद की कालाबाजारी और आसमान छूती मंहगाई से किसानों की माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट नजर आ रहीं हैं। ऐसे कठिन हालातो में किसानों का नाराजगी जायज है। करिगांव के किसानों ने पत्र लिखकर प्रशासन से 5 दिनों के भीतर 500 बोरी यूरिया खाद की भंडारण कोटा सोसाइटी में किए जाने की मांग की है ताकि किसान अपने खेतों में खाद का छिड़काव कर सकें। वहीं किसानों ने प्रशासन को आगाह भी किया है की इन पांच दिवस के भीतर खाद का भंडारण नहीं होने पर चक्का जाम जैसे प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे ।