कोरबा – विषैले सर्प के पानी में होने से पानी नहीं होता विषैला, कुंवे में गिरे नाग का रेस्क्यू कर स्नेक कैचर ने दूर की लोगो की भ्रांति..

कोरबा जिला वन्य प्राणियों के लिए बहुत ही अनुकूल वातावरण प्रदान कर रहा हैं इसमें कोई दो मत की बात नहीं ,जिले के अलग अलग क्षेत्रों से कई प्रकार के जंगली जीव जंतुओं मिलने की जानकारी मिलते रहती है, वही सभी जीव गर्मी के मौषम में पानी के तलाश में शहर की तरफ़ चले आ रहे है, पर वहीं पानी में कोई जंगली जीव गिर जाए तो इंसान उस पानी को पीने से कतराता हैं उसका मानना हैं, वो पानी जहरीला हो जाता है, जबकी यह बात पूरी तरह से गलत है।
कुछ इसी प्रकार का मामला हैं खरमोरा बस्ती का जंहा एक व्यक्ति के घर के आंगन में बने कुएं में दो दिन पूर्व एक नाग सांप गिर गया था, जिसकी वजह से लोग कुंवे का पानी नहीं पी रहें थे,जब कुएं से सांप नहीं निकल पाया तो कोरबा के स्नेक रेस्क्यू टीम के प्रमुख जितेंद्र सारथी को इसकी सूचना दी गयी, जिसके बाद जितेंद्र वँहा पँहुचे, हालात का जायजा लिया जिसके बाद पानी निकालने की बाल्टी से उस सांप को आधे घण्टे की मशक्कत के बाद बाहर निकाल पाने में सफल हुए, जिसके बाद घर वालों को समझाया कि पानी में रहने मात्रा से पानी विषैला नहीं हो जाता, जहर उसके दांतो में होता हैं न हीं उसके शरीर में। तो आप पानी पी सकते हैं, दो दिन से कुएं में रहने की वजह से बेबी कोबरा बहुत थक गया था ।जिसको रेस्क्यू कर लेने पर घर वालो ने राहत की सांस ली। फिर वन विभाग के साथ जाकर उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।