एसईसीएल में ड्रोन से होगी पेड़ो की निगरानी.

कोरबा : एसईसीएल चारो क्षेत्रो में पेड़ो की गिनती और निगरानी ड्रोन से किया जाएगा। यह निर्णय कोल इण्डिया कोयला मंत्रालय परामर्श समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। यह ड्रोन उच्च सेंसर से लैस होगा, जो क्षेत्रो में वरिष्ठो की सटीक गणना करेगी. साथ ही वृक्षों की निगरानी करेगी इसके अलावा ओवरबर्डन में प्रयुक्त मिट्टी की मात्रा की गणना करेगी। कोयला खदानों में भंडारित कोयला में आग लगने का पता भी ड्रोन से चल पाएगा, इसके अलावा खदान की सुरक्षा ड्रोन से की जायेगी, साथ ही जमीनी स्तर पर त्रिपुरा स्टेट रायफल्स फोर्स और सीआईएसएफ के जवान तैनात रहेंगे।
सूत्रों ने बताया है कि 6 माह पूर्व मद्रास से दो ड्रोन खरीदा है। एक ड्रोन एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में तैनात करने का निर्णय लिया गया था. लेकिन ड्रोन अभी तक एसईसीएल को नहीं मिल पाई है। ड्रोन उपलब्ध करने में अनावस्यक देरी के मामले में कोयला अधिकारी कुछ भी नहीं बता रहे है, हालांकि किराए पर 6 ड्रोन तैनात किया गया है, इनमे चार ड्रोन एनसीएल और दो ड्रोन सीसीएल में तैनात किया गया है, लेकिन अब एसईसीएल के कोरबा, कुसमुंडा, दीपका खदानों में ड्रोन तैनाती करने की तैयारी की जा रही है।