पालक, लाल भाजी, गाजर से प्राकृतिक गुलाल बनते देख प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम हुए प्रफुल्लित, जिले के प्रभारी मंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. टेकाम ने धंवईपुर क्लस्टर में महिलाओं द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पादों का किया अवलोकन

छत्तीसगढ़/कोरबा : जिले के प्रभारी मंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज विकासखण्ड कटघोरा के ग्राम पंचायत धंवईपुर पहुंचकर महिला समूहों द्वारा किये जा रहे विभिन्न आजीविका संवर्धन के कार्यों का अवलोकन किया। डाॅ. टेकाम ने जननी महिला संकुल संगठन धंवईपुर में मल्टी एक्टिविटी सेंटर का लोकार्पण किया। स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा पालक, लालभाजी, गाजर आदि फल और सब्जियों से प्राकृतिक रंग-गुलाल बनते देख डाॅ. टेकाम आश्चर्य चकित हो गए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि फल-सब्जियों से प्राकृतिक और बिना केमिकल के गुलाल बनाना ग्रामीण महिलाओं के नवाचार को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाए समूह के माध्यम से रोजगार की दिशा में बढ़ रहीं हैं। प्रभारी मंत्री ने समूह की महिलाओं द्वारा सिलाई प्रशिक्षण संस्थान खोलने की मांग की गई।
इस पर डाॅ. टेकाम ने तत्काल जिला पंचायत के सीईओ को समूह की महिलाओं के लिए सिलाई प्रशिक्षण संस्थान खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धंवईपुर क्लस्टर की महिलाएं आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में बहूत ही अच्छा काम कर रहीं हैं। यहां की ग्रामीण महिलाएं रंग-गुलाल, फिनाइल, साबुन, अगरबत्ती, मछली पालन, बकरी पालन, सब्जी उत्पादन आदि को आर्थिक गतिविधियों में संलग्न होकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहीं हैं। प्रभारी मंत्री डाॅ. टेकाम ने नये मल्टी एक्टिविटी सेंटर में दोना-पत्तल मशीन, अगरबत्ती निर्माण मशीन, गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन का उद्घाटन किया। प्रभारी मंत्री ने महिला समूहों के विभिन्न हितग्राहियों को चेक वितरण सहित कृषि उपकरण भी प्रदान किये। इस दौरान कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, जनपद सदस्य लता कंवर, जिला पंचायत सीईओ श्री कंुदन कुमार कटघोरा एसडीएम श्री अभिषेक शर्मा सहित धंवईपुर क्लस्टर की समस्त महिलाएं तथा ग्रामीणजन मौजूद रहे।
प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने ग्राम पंचायत धंवईपुर में महिला सशक्तिकरण और आर्थिक समृद्धि के लिए समूह की महिलाओं द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया। डाॅ. टेकाम ने महिला समूहों की आर्थिक गतिविधियों से जुड़े कार्यों को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से देखा और समूह की महिलाओं द्वारा की जा रही उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की। सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री खगेश निर्मलकर ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जननी महिला संकुल संगठन ने 12 ग्राम पंचायतों की कुल चार हजार 490 परिवार शामिल हैं। संगठन में 309 समूहों का गठन किया गया है। समूहों के माध्यम से तीन हजार 689 ग्रामीण महिलाएं जुड़कर आजीविका संवर्धन के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहीं हैं। बैंक लिंकेज के माध्यम से अभी तक 125 समूहों को दो करोड़ 31 लाख रूपए का ऋण बैंक के माध्यम से प्राप्त हो चुका है। समूह की महिलाएं 53 प्रकार की आजीविका गतिविधियों में शामिल हैं। महिला समूहों द्वारा फेंसिंग पोल, फेसिंग जाली, राखड़ ईंट निर्माण, मशरूम उत्पादन वर्मी खाद निर्माण, गोबर के उत्पाद, हर्बल साबुन निर्माण, आचार-पापड़ निर्माण, गोबर-दिया, गोबर के गमले, हैण्ड बैग, कुशन आदि का निर्माण किया जा रहा है।