अच्छी खबर : भारत-चीन के मध्य डोर टुटा.. भारत के रेशम को मजबूत बना रहा कोरबा.

कोरबा : भारत चीन के मध्य सीमा विवाद से तनाव बना हुआ है इसके तहत भारत ने चीन से आयतित सामानो की आपूर्ति बंद कर दिया है इससे कोसा कारोबार पर असर पड़ा है. लेकिन कोरबा में स्थापित वेट रीलिंग इकाई की स्थापना से अब देश चीन पर निर्भरता नहीं होगा. इस बात का खुलासा प्रदेश के ग्राम उद्योग मंत्री रूद्र गुरु ने अपने कोरबा प्रवास के दौरान किया है। उन्होंने वेट रीलिंग इकाई का अवलोकन भी किया।
उन्होंने बताया कि औद्योगिक जिले के साथ-साथ अब कोरबा की पहचान कोसा हब के रूप में होने लगी है। निश्चित तौर पर प्रदेश की पहले वेट रीलिंग की स्थापना से अब चीन व कोरिया जैसे देशो पर हमें निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। वेट रीलिंग से तैयार ताना रेशम कपडे की गुणवत्ता एवं शुद्धत्ता संतोषप्रद है। इस इकाई में सैकड़ो महिलाओ को रोजगार से भी जोड़ दिया है। रेशम विभाग के उप संचालक बी.पी. विश्वाश ने मंत्री को वेट रीलिंग इकाई की संपूर्ण तकनिकी व कार्य प्रगति से अवगत कराया। ग्राम उद्योग मंत्री ने महिला रेलरो से प्रत्यक्ष चर्चा की जहा उन्होंने रेशम से वेट रीलिंग इकाई से चीन व कोरिया से आयतित धागों के समकक्ष ताना तैयार करने पर प्रशंसा जताई। उन्होंने इसे एक मिशन की तरह तैयार करने की बात कही।
इकाई में कार्यरत महिलाओं का उत्साहवर्धन करने के साथ ग्रामोद्योग मंत्री ने इसके विस्तार के लिए शासन से सतत प्रयास एवं हर संभव मदद किये जाने की बात कही। रीलिंग इकाई के अवलोकन के बाद उन्होंने प्रक्षेत्र में तसर कीट पालन के कार्य का अवलोकन किया, जहा उन्हें विस्तार से जानकारी दी गई। एक कीटपालक ने बताया कि उसने फसल के रूप में 50 हजार की आय अर्जित कर ली है। कीटपालक की लगन से ग्रामोद्योग मंत्री काफी प्रभावित हुए है।