रायपुर: प्रदेश की राजधानी में कोरोनावायरस और पीलिया से दोहरे जंग में प्रशासन की जीत आ रही नज़र

छग/रायपुर: कोरोनावायरस महामारी अभी छत्तीसगढ़ में अपने पैर पसारने शुरू ही किए थे कि मुख्यमंत्री बघेल ने इस पर काबू पा लिया. वहीं दूसरी ओर प्रदेश की राजधानी में पीलिया का प्रकोप भी अचानक लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए 100 के आंकड़े पार कर दिए थे. जिसके पश्चात मुख्यमंत्री और उनके शूरवीर दोहोरी जंग लड़ते हुए प्रदेश के सामने परिणाम रखा जिससे अब सफलता के बेहद करीब पहुंच चुके हैं.
इस जंग के दौरान मुख्यमंत्री अपनी चिंता छोड़ लोगों के बीच सब्जी-मंडी पहुंचकर उनकी समस्या का समाधान किया है. साथ ही प्रदेश भर के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों का जायजा लिया. कांग्रेस नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में जरूरतमंदों तक राशन भोजन को ध्यान में रखते हुए आग्रह किया.
इसी बिच पिछले हफ्ते पीलिया से पीड़ित मरीजों की संख्याओं का आंकड़ा पार कर चुका था. अब 80 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट चुके हैं. अब शेष 21 मरीजों का अस्पताल में उपचार जारी है. अस्पताल में मौजूद मरीजों के जारी उपचार की मॉनिटरिंग खुद महापौर ढेबर कर रहे हैं. महापौर लगातार अधिकारीयों-कर्मचारियों को दिशा निर्देश देकर फिल्टर प्लांट के निरीक्षण, नालों का डाइवर्ट करना, पीलिया से बचाव के लिए निगम की एक टीम बना सभी वार्डों में भोजन की व्यवस्था करना, फेसबुक के जरिए लाइव आकर लोगों को मार्गदर्शन देना, पीड़ित मरीजों के परिजनों से हिस्ट्री जानना, उपचार के लिए डॉक्टरों से संपर्क रखना, बिमारी से बचाव के लिए लोगो पानी उबाल कर पीने की सलाह देना, आखिरकार उनके यह सभी प्रयास रंग लाए. इसी सब के बीच कोरोना वायरस महामारी संकट के वक्त महापौर सुबह 6:00 बजे से निकलकर देर रात तक लोगों की सेवा में जूट कर इस कोरोनावायरस और पीलिया के दोहरे जंग को मात दे दी है. उन्होंने पूरे शहर का बाजार के सैनिटाइजेशन का पूरा-पूरा खुद ध्यान रखा है. गरीब और असहाय लोगों को राशन कीट का भोजन पहुंचाते जिसके नतीजे आज लॉक डाउन के इतने दिन बाद भी एक भी व्यक्ति की भूख से मौत नहीं हुई है.