लॉकडाउन के बीच मुख्यालय में राज्य के आबकारी मंत्री का दौरा.. तीखे सवालों का सहज और चुटीले अंदाज में दिया जवाब.

छग/रायगढ़: प्रदेश में कोरोना लाकडाऊन के बीच आज रायगढ जिला मुख्यालय में राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा का एकाएक आगमन हुआ. शहर आगमन की सूचना इतनी गोपनीय रखी गई कि पत्रकारों के सामने असहज सी स्थिति बन गई. हालाकि प्रशासन के द्वारा उनके रुकने की व्यवस्था शहर के ढिमरापुर रोड स्थित होटल अंश में की गई. जहां शहर के पत्रकारों से मंत्री रूबरू हुए और उनके तीखे सवालों का सहज और चुटीले अंदाज में जवाब दिया.
मंत्री लकमा ने पत्रकारों से हुई चर्चा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखा, साथ ही कोरोना संकट को लेकर राज्य सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किये गए प्रयासों की मुक्त कंठ प्रशंशा की उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और उसकी मशनरी(प्रशासन और चिकित्सा विभाग) देश के बाकी राज्यों की अपेक्षा बेहतर ढंग से कार्य कर रही है. परिणाम आपके सामने है आप ज्यादा अच्छा जानते है कि पूरे देश मे छग राज्य विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण मामले में सबसे अच्छे पोजिशन में है. यहां हालात बड़ी तेजी से सामान्य हो रहे है।। हमारी सरकार ने केंद्र सरकार के निर्णय लेने से पहले ही 19 मार्च 2020 को लाकडाऊन की घोषणा कर दिया था। जबकि भारत सरकार ने 22 मार्च को निर्णय लिया. लाकडाउन में रियायत की बात को लेकर उन्होंने कहा कि हालात अगर ऐसे ही नियंत्रित रहा तो कुछ शर्तों के साँथ 21 अप्रैल को रियायत दी जा सकती है.
प्रदेश में कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार के शराब विक्रय के निर्णय को लेकर उन्होंने दो टूक कहा कि केंद्र सरकार जिस तरह से राज्य के साँथ भेदभाव का व्यवहार कर रही है. उसे देखते हुए न चाह कर भी राजस्व जुटाने के लिए शराब विक्रय का निर्णय लेना पड़ रहा है. उन्होंने पत्रकारों को कहा कि आपको जानाकरी होगी कि केंद्र सरकार किस तरह राज्य के हिस्से में आने वाले बजट (सहायता राशि) में बड़ी कटौती कर रही है.
इसके बाद सवाल पूछा गया कि ‘क्या लाकडॉउन के में काँग्रेस नेताओं के द्वारा शराब की तस्करी की जा रही है?’ इस पर उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी व्यक्ति अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त मिलेगा राज्य सरकार उसके विरुद्ध गम्भीर कारवाही करेगी. आपके समक्ष मुंगेली की घटना प्रमाण है. जहां दोषी यूवा कांग्रेस के नेता और तीन पुलिस वालों को तुरन्त निलंबित कर दिया गया है. आगे भी इस तरह की कारवाही चलती रहेगी.