बिजौलिया : लॉकडाउन के चलते जैन समाज ने घरों में मनाया महावीर जयंती का पर्व

राजस्थान/बिजौलियां : लॉक डाउन के चलते जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर के 2619 वें जन्म कल्याण महोत्सव महावीर जयंती पर जैन समाज द्वारा इस बार सामूहिक आयोजन नहीं किए गए। मंदिरों में जन्माभिषेक, पूजा-अर्चना और शोभायात्रा के आयोजन भी नहीं हो पाए। बिजौलियां समेत चाँदजी की खेड़ी, सलावटिया, छोटी बिजौलियां औऱ आरोली में जैन समाज द्वारा घरों में ही महावीर जयंती मनाई गई। निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधा सागर महाराज सहित देशभर के सभी दिगंबर जैन संतों द्वारा प्रशासन के निर्देशों में सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए महावीर जयंती पर्व घरों में ही मनाने का आह्वान किया गया था।इसी के चलते अलसुबह 5 बजे घरों में ही लोगों ने ‘ॐ हीं झें प्रां प्रीं प्रों अरिष्ट निवारक इष्ट प्रदायक श्री महावीराय नमः’ मंत्र के 108 जाप किए. उसके बाद 6 बजे बालिकाओं व महिलाओं द्वारा घर के बाहर सुंदर रंगोली बनाकर 5 दीपक जलाए गए।साथ ही सुबह 7 बजे घर में चौकी पर भगवान महावीर स्वामी की छवि विराजमान कर उसके चारों और रंगोली बनाकर उस पर एक कलश स्थापित किया गया जहां 13 दीपक जलाकर भगवान के चित्र के समक्ष 13 बार महावीराष्टक व महावीर चालीसा का पाठ किया गया। वही सभी परिवारजनों द्वारा अष्ट द्रव्य से पूजा की गई। उसके बाद सुबह 8 बजे से 5 मिनट तक घर की छत व बरामदों में मधुर ध्वनि नाद करते हुए भगवान की जय-जयकार हुई। जहां घंटानाद, थाली, ताली बजाकर भगवान महावीर के जयघोष लगाये गये। सुबह 8.05 बजे से 8.30 बजे तक घरों में ही भगवान का अभिषेक, शांतिधारा के बाद भगवान महावीर की अष्ट द्रव्य से भक्तिभाव से पूजा अर्चना की गई।वही 30 मिनट के स्वाध्याय में भगवान महावीर के 10 भवों के जीवन परिचय को कथा के रूप में पढ़ा गया। शाम को 6 बजे 48 दीपक से महावीर भक्तामर आरती की गई।
संवाददाता : जगदीश सोनी