12 मार्च को होगी स्पेस में फंसे सुनीता – विल्मोर की वापसी, स्पेसएक्स करेगा मदद


12 मार्च को होगी स्पेस में फंसे सुनीता – विल्मोर की वापसी, स्पेसएक्स करेगा मदद
400 किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्राओं को तीन मिनट में धरती पर लेकर वापस पहुंचेगा यान
वाशिंगटन – पिछले आठ माह से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स व बुच विल्मोर की वापसी 12 मार्च को होगी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दोनों की वापसी के लिए एक व्यापक योजना बना ली है। पांच जून 2024 को 8 दिनों के लिए अंतरिक्ष गई सुनीता विलियम्स 8 महीनों से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में फंसी हैं। इस दौरान उनकी लगातार गिरती सेहत को लेकर डॉक्टर गहरी चिंता जता चुके हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करते ही अपने विश्वस्त एलन मस्क से कहा था कि बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाओ, जिन्हें बाइडेन ने अंतरिक्ष में छोड़ दिया है। नासा इस पूरे अभियान को मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के साथ मिलकर पूरा करेगी। नासा के मुताबिक दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए पुराने स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल का ही इस्तेमाल किया जाएगा। बीते दिनों खबरें आईं थीं कि सुनीता को लेने के लिए नया कैप्सूल बनाया जा रहा है, लेकिन देरी के चलते पुराने कैप्सूल से मिशन पूरा करने का फैसला लिया गया है।
ऐसे होगी दोनों यात्रियों की वापसी
दूसरे स्पॉट पर स्पेसएक्स का यान (ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट कैप्सूल) क्रू-10 को लेकर पहुंचेगा। इसके बाद सुनीता और बुच इसमें सवार होंगे और अन डॉकिंग प्रोसेस शुरू होगी। आईएसए पर बने रिजर्व स्पॉट पर पहले ही एक स्पेसक्राफ्ट खड़ा है ताकि किसी आपात स्थिति में अंतरिक्ष यात्रियों को वहां से लाया जा सके। आईएसएस से धरती की दूरी 400 किमी है और यह दूरी करने में स्पेसक्राफ्ट को लगभग तीन मिनट का समय लगेगा।