सीताराम ठाकुर को सेवा निवृत्ति के 06 वर्षों बाद भी नही मिला सातवें वेतनमान का लाभ

जगदलपुर inn24 सेवा निवृत्ति के 06 वर्षों बाद भी सीता राम ठाकुर को सातवें वेतन मान का लाभ नहीं दिया जाना घोर प्रशासनिक लापरवाही नही तो और क्या है ?
यदि 20 दिनों के भीतर सीताराम ठाकुर के प्रकरण का निराकरण करते हुए सातवें वेतनमान के आधार पर पेंशन पुनरीक्षित नही किया गया तो भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग तहसील कार्यालय के समक्ष तम्बू लगाने के लिए बाध्य हो जाएगा ।
उक्त बातें भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ बस्तर संभाग के अध्यक्ष राम नारायण ताटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही ।
श्री ताटी ने कहा की 31 जनवरी 2017 को सेवा निवृत्त होने के बाद सीताराम ठाकुर ने सातवें वेतनमान के आधार पर पेंशन पुनरीक्षित करने हेतु आवेदन तहसीलदार के समक्ष प्रस्तुत किया ।
तदनुसार पेंशन पुनरीक्षित कार्य हेतु तहसील कार्यालय द्वारा पत्र क्रमांक 240 दिनांक 28 02 2019 के द्वारा मांग किए जाने पर कार्यालय संयुक्त संचालक कोष लेखा एवम पेंशन ने सीताराम ठाकुर की सेवा पुस्तिका को गोकुल महिलांग भृत्य के हस्ते दिनांक 06,03,2019 को तहसील कार्यालय प्रेषित किया ।
जिसे तहसील कार्यालय के द्वारा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और सीताराम ठाकुर के द्वारा बार बार आग्रह करने के बावजूद पेंशन पुनरीक्षित नही किया गया ।
घोर आश्चर्य तो तब हुआ जब तहसीलदार ने पेंशन पुनरीक्षित करने के बजाए संयुक्त संचालक कोष लेखा एवम पेंशन को पुनः दिनांक 07,02,2022 को पत्र प्रेषित कर सीताराम ठाकुर के सेवा पुस्तिका की मांग की ।
जब कोष लेखा के द्वारा पूर्व में ही गोकुल महिलांग भृत्य के हस्ते 06,03,2019 को सीताराम ठाकुर की सेवा पुस्तिका को भेज दिया गया तो पुनः मांग किया जाना निः संदेह घोर प्रशासनिक उदासीनता और प्रशासनिक अधिकारियों की स्वेच्छाचारिता को ही दर्शाता है ।
बस्तर में ऐसे ही अफसरों के कारण सरकारी जन कल्याणकारी योजनाओं पर पलीता लग रहा है और आम जनता को योजनाओं का लाभ समय पर नही मिल पा रहा है ।
बहरहाल पेंशनर्स संघ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए यदि 20 दिनों के भीतर सीताराम ठाकुर के प्रकरण का निराकरण नहीं किया गया तो तहसील कार्यालय के समक्ष तम्बू लगाकर धरने पर बैठने का निर्णय बैठक में लिया गया है ।
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने वालों में सी एम पांडे ,आई सुधाकर राव , डी रामन्ना राव ,अब्दुल सत्तार ,नागेश कापेवार , डी के सिंघल ,रमापति दुबे ,रैमन दास झाड़ी , गुज्जा रमेश ,राजेंद्र पाण्डे ,नीलम जग्गी ,मीता मुखर्जी ,सरोज साहू ,जयमणि ठाकुर , वरलक्ष्मी पामभोई एवम राधा पामभोई शामिल हैं ।