Chhattisgarh

सामाजिक विकास के लिए बौद्धिक कार्यक्रमों के आयोजन में निरंतरता बहुत जरूरी*

जिला रिपोर्टर शक्ति उदय मधुकर

 

सक्ती ।। सतनामी समाज के प्रबुद्धजन मंगलवार 30 दिसंबर को सक्ती विकासखंड के सरायपाली गांव में सामाजिक कार्यकर्ता हीरा टंडन के माताजी के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हुए थे। इन पलों में समाज के लोगों ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी और शोकाकुल परिवार के साथ दुःख- सुख में साथ खड़े होने की बात कही। इस मौके पर उपस्थित सतनामी समाज के प्रबुद्धजनों ने समय का सदुपयोग करते हुए आपस में सामाजिक विकास विषय पर चिंतन मनन भी किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित सामाजिक प्रबुद्धजनों में ए.‌आर.‌जांगड़े, डी.‌के.‌कुर्रे, पूरन भारद्वाज, मनहरण भारद्वाज, लक्ष्मण कोसरिया, रामदीन टंडन, किशन सायतोड़े, दिलीप डेंसिल, यादराम टंडन, लहाराम रात्रे, रामेश्वर जाटवर, उदय मधुकर व योम प्रकाश लहरे शामिल रहे। इस महत्वपूर्ण चिंतन बैठक में समाज के प्रबुद्धजनों ने सामाजिक बदलाव तथा सामाजिक विकास के लिए समाज में लोगों के बीच बौद्धिक कार्यक्रमों के आयोजनों को अतिआवश्यक बताया। सतनामी समाज के इस चिंतन बैठक में सभी ने इस बात पर भी सहमति जताई कि अपने संतों, गुरूओं व महापुरुषों की विचारधारा तथा उनके द्वारा मानव समाज की बेहतरी के लिए दी गई शिक्षाओं को जनसाधारण को बताने तथा उसके अनुरूप व्यवहार करते हुए जीवन जीने के लिए प्रेरणा मिलेगी। सामाजिक विकास के लिए बहुत जरूरी है कि समाज में लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में बौद्धिक कार्यक्रमों के आयोजनों में निरंतरता बनी रहे । ऐसे बौद्धिक आयोजनों के‌ जरिए हम अपने संतों गुरूओं व महापुरुषों की विचारधाराओं व उनके शिक्षाओं को जनसाधारण के बीच स्थापित करके समतामूलक समाज का निर्माण के संतों गुरूओं व महापुरुषों के सपनों के अनुरूप समतामूलक समाज का निर्माण कर सकते हैं।‌ इस अवसर पर आगामी 11 जनवरी को सक्ती विकासखंड के ग्राम डोंगिया में आर्थिक साक्षरता मिशन पाठशाला पर केंद्रित कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस विशेष कार्यक्रम को प्रसिद्ध लेखक व सामाजिक चिंतक सी.आर.धीरही संबोधित करेंगे।