शादी समारोह में ऐसा काम कर रहा था फौजी कि धोना पड़ गया जान से हाथ, जानें पूरा मामला
मध्य प्रदेश के धार जिले के सरदारपुर में विवाह समारोह में छुट्टी पर आए 1 फौजी को मुंह में पटाखा रखना महंगा पड़ गया और उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। ब्लास्ट होने से फौजी की दर्दनाक मौत हो गई। मृत जवान जम्मू कश्मीर में पदस्थ था और एक माह की छुट्टी पर अपने घर आया था। पूरा मामला सरदारपुर तहसील के आदिवासी अंचल क्षेत्र ग्राम जलोख्या का है। जहां शादी समारोह में नाचने के दौरान एक फौजी ने अपने मुंह में ही रॉकेट रखकर जला दिया। जिससे अचानक ब्लास्ट हुआ व युवक की मौके पर ही मौत हो गई, घटना सोमवार देर रात की हैं।
सूचना के बाद मंगलवार को इंदौर से एफएसएल टीम मौके पर पहुंची व पंचनामा बनाने के साथ ही मर्ग कायम कर जांच शुरु की गई। वही मंगलवार दोपहर पीएम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। इधर शादी समारोह की खुशियां अचानक गम में बदल गई, गांव में भी शौक की लहर छा गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार अमझेरा थाना अंतर्गत ग्राम जलोख्या निवासी निर्भय सिंह पिता प्रताप सिंघार उम्र 35 साल भारतीय सेना में नौकरी होने के चलते जम्मू कश्मीर में पदस्थ है। जहां से एक माह की छुटटी परिवार के साथ रहने के लिए लेकर 2 अप्रैल को धार आए थे।
ग्राम जलोख्या में ही परिचित मोहन बिलवाल के पुत्र बबलु की शादी का समारोह चल रहा था, जिसमें बाना प्रोसेशन निकलने के दौरान परिवार के लोग खुशियों में नाच रहे थे। इसी बीच फौजी निर्भय सिंह नाचते हुए हाथ में एक रॉकेट लेकर आए, जिसे जलाया जो ऊपर की और जाकर पूरा जल गया, कुछ ही देर बाद दूसरा रॉकेट अचानक मुंह में रख लिया, जो अचानक मुंह में ही फट गया। एकाएक हुई घटना के बाद समारोह में अफरा-तफरी मच गई। रात में ही परिजन फौजी के शव को लेकर समीप के अस्पताल पहुंच गए थे, जहां पर आज पीएम हुआ है। अमझेरा पुलिस टीम मंगलवार को मामले की जांच के लिए गांव पहुंची, जहां पर एफएसएल टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, साथ ही गांव के लोगों से भी घटना को लेकर चर्चा की।
थाना प्रभारी सीबी सिंह ने बताया कि फौजी छुट्टी लेकर आया था, जिस लडकी से बबलू नाम के युवक की शादी हो रही थी, उसका मृतक फौजी रिश्तेदारी में काका लगता है। नाचने के दौरान ही रॉकेट मृतक निर्भय सिंह ने जलाया था, पहला हाथ में जलाने के बाद ही दूसरा मुंह में से जलाया था, इस दौरान मृतक ने रॉकेट ऊलटा अपने मुंह में रख लिया। इस दौरान अचानक ब्लास्ट हुआ मामले में पीएम के बाद शव आज परिजनों को सौंपा गया हैं, मर्ग कायम कर जांच शुरु की गई है।
हादसे की सूचना परिवार के लोगों ने भारतीय सेना के अधिकारियों को दी, जिसके बाद मंगलवार दोपहर के समय गांव में महू सेना के अधिकारी सहित टीम पहुंची, जहां पर सेना के प्रोटोकॉल का उपयोग करते हुए अंतिम संस्कार किया गया। साथ ही गॉर्ड ऑफ ऑनर भी सेना के जवानों द्वारा दिया गया, सेना के शासकीय वाहन में फौजी का शव रखकर अंतिम यात्रा गांव से निकाली गई। जिसके बाद मुक्ति धाम पर मुख्गिन भी परिजनों द्वारा दी गई, इस दौरान बडी संख्या में क्षेत्र के ग्रामीण अंतिम यात्रा में शामिल हुए।