Chhattisgarh

मुख्यमंत्री ने किया वृक्ष संपदा योजना का वर्चुअल शुभारंभ* *कोण्डागांव ब्लॉक के ग्राम कुसमा में जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन*

*मुख्यमंत्री ने किया वृक्ष संपदा योजना का वर्चुअल शुभारंभ*

*कोण्डागांव ब्लॉक के ग्राम कुसमा में जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन*

*जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों सहित ग्रामीणों ने कुसमा में टिशु कल्चर सागौन का किया पौधरोपण*

*कोण्डागांव, 21 मार्च 2023/* मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर आज मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना का वर्चुअल शुभारंभ किया गया। उन्होंने इस मौके पर उक्त योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों से चर्चा करते हुए आय संवृद्धि सहित पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण तथा मृदा स्वास्थ्य की दिशा में सक्रिय सहभागिता निभाने के लिए उन्हें बधाई दी। मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनान्तर्गत जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन कोण्डागांव विकासखंड के ग्राम पंचायत कुसमा में किया गया। योजना के शुभारंभ अवसर पर ग्राम कुसमा में क्षेत्र के विभिन्न जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों-कर्मचारियों सहित ग्रामीणों द्वारा हितग्राही श्रीमती रगनी मरकाम के साढ़े 3 एकड़ क्षेत्र में टिशू कल्चर सागौन का पौधरोपण किया गया। हितग्राही श्रीमती रगनी मरकाम के साढ़े 3 एकड़ क्षेत्र में 875 नग टिशू कल्चर सागौन लगाया गया है।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी प्रदेशवासियों को मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना के शुभारम्भ की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के जंगल और जैव विविधता हमारी पहचान है। हम पर्यावरण एवं वनों को बचा रहे हैं और इस दिशा में हमारी सरकार द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वृक्ष सम्पदा योजना से बस्तर एवं सरगुजा ईलाके के अधिकाधिक हितग्राहियों के सम्मिलित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मैदानी क्षेत्रों के लोगों को इस योजना से ज्यादा से ज्यादा जोड़ने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को मैदानी स्तर पर योजना के सभी लाभ के बारे में हितग्राहियों को अवगत कराते हुए उन्हें प्रोत्साहित करने कहा। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना से लाभान्वित हो सकें। वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वन क्षेत्र और वनोपज के दृष्टिकोण से संपन्न राज्य है। वन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए हम निरन्तर प्रयास कर रहे हैं।इस दिशा में मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना की भी अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से अगले 5 सालों में 1 लाख 80 हजार एकड़ रकबा में 15 करोड़ पौधरोपण किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिलेगा।
जिले के उत्तर कोण्डागांव वनमण्डल के अंतर्गत विश्व वानिकी दिवस पर मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत 106 हितग्राहियों के 90.35 एकड़ रकबा में टिश्यू कल्चर सागौन एवं बांस के कुल 23310 पौधे रोपित किये गये। कुसमा में आयोजित मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना शुभारंभ अवसर पर शहीद महेन्द्र कर्मा सामाजिक सुरक्षा योजनांतर्गत तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों के 09 दावेदारों को कुल 15 लाख 20 हजार रूपये दावा राशि का धनादेश प्रदान किया गया। वहीं मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत सिंचित पौध रोपण करने वाले 106 हितग्राहियों को अनुदान सहायता राशि का चेक प्रदान किया गया। इस मौके पर अवगत कराया गया कि उत्तर कोण्डागांव वनमण्डल के अंतर्गत मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना में अब तक कुल 702 हितग्राहियों के 850.85 एकड़ रकबा में विभिन्न प्रजाति के 6 लाख 29 हजार 723 पौधे रोपित किये जाने पंजीयन किया गया है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री देवचन्द मातलाम, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री शिवलाल मण्डावी, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्री मनोज सेठिया, जिला वनोपज सहकारी यूनियन के अध्यक्ष श्री धनसूराम नेताम सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधी और डीएफओ श्री आरके जागड़े तथा वनविभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
*मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजनांतर्गत हितग्राहियों को मिलेगा अनुदान*
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री वृक्ष सम्पदा योजना किसानों की निजी भूमि पर वृक्षारोपण कर ग्रामीणों की आय बढ़ाने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ को हरियाली से आच्छादित करने की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना अंतर्गत समस्त वर्ग के सभी इच्छुक भूमि स्वामी, शासकीय, अर्द्ध शासकीय एवं शासन की स्वायत्त संस्थाऐं, निजी शिक्षण संस्थाऐं, निजी ट्रस्ट, गैर शासकीय संस्थाऐ, पंचायतें तथा भूमि अनुबंध धारक इस योजना का लाभ ले सकते हंै। हितग्राही की निजी भूमि में 05 एकड़ तक रोपण हेतु 100 प्रतिशत तथा 05 एकड़ से अधिक क्षेत्र में रोपण हेतु 50 प्रतिशत वित्तीय अनुदान शासन द्वारा हितग्राहियों को प्रदाय किया जाएगा। राज्य में इस योजना के माध्यम से प्रति वर्ष 36 हजार एकड़ के मान से कुल 05 वर्षों में 1 लाख 80 हजार एकड़ में 15 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। शासन द्वारा चयनित वृक्ष प्रजातियों की खरीदी के लिए प्रतिवर्ष न्यूनतम क्रय मूल्य निर्धारित किया जाएगा, जिससे कृषकों को निश्चित आय प्राप्त हो सके। योजना अंतर्गत क्लोनल नीलगिरी, टिश्यू कल्चर बांस,सागौन, मालाबार नीम जैसे आर्थिक लाभ देने वाले पौधों का रोपण किया  जायेगा।

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