जगदलपुर INN24 (रविंद्र दास )महाकाल भगवान भोलेनाथ भूतेश्वर महाराज की शाही सवारी भव्य और दिव्य रूप से शहर के विभिन्न मार्गों से निकाली गई पूरा शहर इस दौरान भक्तिमय भक्ति रस में डूबा..
भगवान की शाही पालकी शोभा यात्रा मे शामिल होने आम सहित खास लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.. बच्चे महिलाएं बुजुर्ग युवा सभी हर हर महादेव के जयकारे के जयघोष डमरु के थाप के साथ नाचते गाते निकल पड़े …पालकी यात्रा के दौरान भारी बारिश का दौर जारी रहा बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह उमंग श्रद्धा भाव मे गजब का उत्साह देखा गया ,बारिश के दौरान बच्चों द्वारा भगवान भोलेनाथ के तांडव नृत्य को किया गया , भारी बारिश में में लोग झुमते नाचते महादेव के जय घोष करते रहे .. आयोजन समिति व सर्व ब्राह्मण समाज बस्तर जिला अध्यक्ष अनिल सामंत ने बताया कि गत एक माह से तैयारियां की जा रही थी, निर्विघ्न शोभा यात्रा समापन पर सभी को साधुवाद ज्ञापित किया है प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग पर सभी के प्रति आभार व्यक्त किया है ..
भगवान महाकाल भूतेश्वर महादेव प्राणदायनी इंद्रावती के तट पर लक्ष्मी नारायण मंदिर के परिसर पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर है..मंदिर के पुजारी ने बताया कि भूतेश्वर महादेव स्वयंभू भगवान है.. प्रतिदिन महादेव की पूजा विधिविधान के साथ की जाती है खासकर श्रावण मास में भक्तों का यहां तांता लगा रहता है..
उज्जैन महाकाल के तर्ज पर प्रत्येक सोमवार भगवान के अलग-अलग रूपों में उनकी वेशभूषा के साथ विधि विधान के साथ पूजा की जाती है..गौरतलब है कि इस मंदिर के आसपास का वातावरण मनोरम और दिव्य है.
मंदिर परिसर पर अक्सर सांपों को देखा जाता है.. जो मंदिर के शिवलिंग सहित आसपास विद्यमान रहते हैं मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज तक इस मंदिर में सर्प दंश की कोई घटना नहीं हुई है..जबकि हमारा पूरा परिवार का रहवास भी मंदिर परिसर पर ही है.. नाग देवता द्वार खोलते ही चले जाते हैं