बिलासपुर जिला न्यायालय के तीन जजों का बिलासपुर अधिवक्ताओं ने किया बहिष्कार
“न्यायधानी के अधिवक्ताओं ने बिलासपुर जिला न्यायालय के तीन जजों का किया बहिष्कार
बिलासपुर। न्यायधानी के अधिवक्ताओं ने बिलासपुर जिला न्यायालय के तीन जजों का बहिष्कार कर दिया है। तीनों जजों के ऊपर जिला अधिवक्ता संघ ने कई गंभीर आरोप लगाते न्यायालय परिसर में जमकर हंगामा किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में जाकर तीनों न्यायाधीशों की मौखिक शिकायत करते हुए जांच की मांग की है। अधिवक्ताओं ने जांच पूरी होने तक तीनों जजों के कोर्ट रूम का बहिष्कार करने का एलान कर दिया है।
जिला न्यायालय बिलासपुर में पदस्थ तीन जजों के खिलाफ अधिवक्ताओ ने आज जम कर प्रदर्शन किया। तीनों जज न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी रैंक के न्यायिक अधिकारी हैं। तीनों जजों के ऊपर अलग अलग आरोप अधिवक्ताओं ने लगाया है। अधिवक्ताओं के अनुसार न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी नीरज श्रीवास्तव बगैर केस की सुनवाई किए ही केस को खारिज कर देते हैं। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अंकिता कश्यप अधिवक्ताओं से दुर्व्यवाहर करती हैं। जबकि न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी आशीष चेंदेहे ने पिछले दिनों 138 के मामले में एक अधिवक्ता को जेल भेज दिया था। अधिवक्ताओं का आरोप है कि न्यायाधीश ने उसी दिन एक अन्य मामले में स्थाई वारंटी को जमानत दे दी पर जमानतदार होने की स्थिति में भी अधिवक्ता को जेल भेज दिया।
अधिवक्ता आज बड़ी संख्या में बार काउंसिल के अध्यक्ष चंद्रशेखर बाजपेई व सचिव कमल ठाकुर के नेतृत्व में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक साहू के कोर्ट रूम में पहुंचे। इस दौरान संघ के पदाधिकारियों और अधिवक्ताओं ने वकील एकता जिंदाबाद.., हमसे जो टकराएगा… चूर चूर हो जायेगा… जैसे नारे लगाते रहे। अधिवक्ताओं ने तीनों जजों के कार्यशैली की जांच की मांग करते हुए जांच पूरा होने तक उनके कोर्ट का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया।