
भागवत दीवान
कोरबा-: एएसआई नरेंद्र परिहार के ब्लाइंड मर्डर का प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस ने खुलासा किया है। आखिर पुलिस वाले के हत्या के आरोपी तक कानून का हांथ पहुंच गया। और आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि एएसआई नरेंद्र परिहार के द्वारा कुछ दिन पूर्व आरोपी करण गिरी के ऊपर आबकारी एक्ट की कार्रवाई की गई थी जिसमें आरोपी को 15 दिन के लिए जेल जाना पड़ा था। जिसके आवेश में आकर आरोपी करण गिरी ने ठान लिया था। कि मौका मिलते ही नरेंद्र परिहार को मौत के घाट उतार देना है। इस दौरान होली के दिन बाबा पारा बांगो में डीजे के धुन में सभी झूम रहे थे। तब नरेंद्र परिहार ने जाकर डीजे पर कार्रवाई किया था। जहां आरोपी करण गिरी भी मौजूद था। इस बात को लेकर करण गिरी आग बबूला हो गया। और पुलिस वाले के होली के रात धारदार हथियार टंगिया लेकर आरोपी पुलिस बैरक में सोए हुए नरेंद्र परिहार को उठाकर अंदर घुसा और टंगिया से नरेंद्र परिहार के ऊपर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया किससे नरेंद्र परिहार घायल होकर जमीन पर गिर गया और खून से लथपथ पड़ा रहा इस दौरान आरोपी टांगिया को लेकर नाला किनारे गया और टांगिया को छुपा कर रख दिया था। कड़ी दर कड़ी पुलिस सख्ती से जांच कार्रवाई कर रही थी। इस दौरान साइबर से पुलिस को अकाट्य वाला परिणाम लगते ही पुलिस ने आरोपी के ऊपर शक्ति बरता जिस पर आरोपी टूट गया। और नरेंद्र परिहार के हत्या करने कबूल कर लिया नरेंद्र परिहार के हत्यारा करण गिरी पिता राजकुमार गिरी उम्र 25 वर्ष निवासी बावापारा कोन-कोना ऊपर आईपीसी की धारा 458, 302 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर जेल दाखिल कर दिया है ।